वाराणसी:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में संचार क्रांति के नए युग की 5जी सेवाओं की शुरुआत कर दी. इससे सीमलेस कवरेज, हाई डाटा रेट, लो लेटेंसी और अत्यधिक विश्वनीय संचार प्रणाली की सुविधा मिलेगी. इससे गांव-गांव तक जहां इंटरनेट के साथ-साथ टेलीमेडिसिन की सुविधा पहुंचेगी. वहीं, स्मार्ट फॉर्मिग को भी बढ़ावा मिलेगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी बनारस में भी सेवा की शुरुआत हुई. सबसे बड़ी बात यह है कि 5जी सेवा शुरू होने के बाद हर सेक्टर को बड़ा फायदा मिलेगा. लेकिन हेल्थ सेक्टर इससे ज्यादा लाभान्वित होगा और उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था लंबे वक्त से भी पटरी मानी जा रही थी. उसे एक संजीवनी मिल जाएगी. आइए जानते है कि कैसे डिजिटल तरीके से हेल्थ सेक्टर का विस्तार होगा...
5जी के लांचिंग के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के एक छात्रा खुशी से वर्चुअली बात भी की. 5जी के होने वाले लाभ की जानकारी भी ली. 5जी कनेक्टिविटी से लोगों के संवाद करने का तरीका बदल जाएगा. अगली पीढ़ी की यह तकनीक तेज स्पीड और कम समय में इंटरनेट सुविधा प्रदान करेगी. इससे पहले सिर्फ ऑप्टिकल फाइबर ब्रॉडबैंड पर ही ऐसी स्पीड मिलती थी, जो अन्य दूसरे उपकरणों को भी तेज स्पीड से कनेक्टिविटी मुहैया करती थी. इस सेवा को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा. पहले चरण के दौरान 13 शहरों को 5जी इंटरनेट सेवाएं मिलेंगी. इसमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे शामिल हैं. 5जी भारत में नई संभावनाओं को लेकर आया हैं.
इसकी हाई-स्पीड सर्फिंग और बेहतर कनेक्टिविटी के अलावा, नई तकनीक स्वास्थ्य सेवा और मोबाइल बैंकिंग जैसी सेवाओं की पहुंच को तेजी से आगे बढ़ाएगा. साथ ही देश में बेरोजगार लोगों के लिए नए दरवाजे खोलेगा. इतना ही नहीं, 5जी के आने के साथ, हम मौजूदा टायर थ्री शहरों को स्मार्ट सिटी में बदलते हुए देख पाएंगे. यह लोगों और व्यवसायों को तेजी से विकसित होने में भी सहायता करेगा.
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5जी नेटवर्क चिकित्सा क्षेत्र में दूर-दराज के इलाकों में उन्नत चिकित्सा प्रक्रियाओं को फैलाने में मदद करेगा. वहीं डॉक्टर अपने स्थान से ही रोगियों से सीधा जुड़ सकेंगे. साथ ही डॉक्टर सर्जनों को दूरस्थ सर्जरी करने में भी सक्षम बनाएंगे. इसके अलावा, स्मार्ट चिकित्सा उपकरण जैसे कि वियरेबल्स इमरजेंसी की स्थिति में रोगियों को आसानी से सलाह दे सकेंगे. 5जी की नई तकनीक इंटरनेट ऑफ थिंग्स को भी अपग्रेड करेगी. उन्नत 5जी राउटर से एक घर में स्मार्ट डिवाइसेज और अन्य दूसरे उपकरणों का नेटवर्क काफी मजबूत हो जाएगा. यह रिमोट मॉनिटरिंग, स्मार्ट एग्रीकल्चर, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन और टेलीहेल्थ जैसे क्षेत्रों में भी बहुत मददगार साबित हो सकता है. वहीं स्मार्ट आरएफआईडी सेंसर और जीपीएस की मदद से किसान पशुओं को भी ट्रैक कर सकते हैं.
कोविड के दौरान हम सब ने टेलीमेडिसिन के महत्व को समझा और उसके उपयोग को करीब से देखा. लेकिन टेलीमेडिसिन की अपनी सीमाएं हैं, जिसमें डॉक्टर और मरीज केवल एक दूसरे को केवल देख सकते हैं. इलाज में डॉक्टर की मरीज के सामने एक बड़ा मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालती है, जो रोगी को कहीं न कहीं शीघ्र स्वस्थ होने में बड़ी भूमिका अदा करता है. यह कमी बहुत हद तक 5जी के आने से पूरी हो सकेगी. ऐसा संभव है कि डॉक्टर अपनी क्लीनिक या अस्पताल में बैठे हुए भी मरीज के निकट होंगे.
हेल्थकेयर सेक्टर में देखने को मिलेगा क्रांतिकारी परिवर्तन
हाल-फिलहाल में 5 जी को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है. हर किसी के जेहन में सिर्फ यही सवाल है कि 5जी टेक्नोलॉजी तेज लगभग 100 गुना डेटा स्पीड के अलावा क्या देने जा रही है? 5जी की शुरुआत होने से जिस क्षेत्र में सबसे बड़े क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिलेंगे, वो है हेल्थकेयर सेक्टर. हेल्थकेयर सेक्टर में न केवल मरीजों के इलाज में 5जी बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा बल्कि इस सेक्टर से जुड़ी अन्य सेवाओं और मेडिकल शिक्षा का स्वरूप भी 5जी के चलते संवरेगा.