वाराणसी :कोविड संक्रमण के कारण जीवन की जंग हार चुके अधिवक्ताओं, शिक्षकों व मीडिया कर्मियों के परिजनों को 50 लाख के मुआवजे एवं रोजी रोटी का दंश झेलने वाले वित्तविहीन शिक्षकों को राहत पैकेज दिया जाना चाहिए. यह मांग पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में समाजवादी पार्टी के स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर की.
एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने अपने पत्र में लिखा कि जान जोखिम में डालकर काम करने वाले अधिवक्ता, शिक्षक एवं पत्रकार व अन्य मीडिया कर्मचारियों को सरकार को पैकेज जारी करना चाहिए ताकि उनके परिवार वालों का भविष्य सुधर सके.
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पत्र में यह रखीं मांगें :
1) कोविड-19 महामारी की वजह से प्रदेश में लगभग तीन लाख अधिवक्ताओं के परिवारों पर रोजी रोटी का संकट आ गया है. लगातार अधिवक्ताओं की मृत्यु कोविड के वजह से हो रही है. प्रदेश की तहसीलों, ज़िला मुख्यालय, कचहरियों पर किसी भी प्रकार की स्वास्थ सुविधाएं नहीं हैं. यह सरकार की ज़िम्मेदारी है. इसलिए कोविड से अधिवक्ताओं की मृत्यु पर सरकार उनके परिवारों को 50 लाख मुआवज़ा दे तथा अधिवक्ता कल्याण निधि से राहत पैकेज देने की घोषणा करे.
एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने सीएम को लिखा पत्र 2) कोविड-19 की वजह से प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं. शिक्षण शुल्क ना मिलने की वजह से वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षक, कर्मचारियों व प्रबंधतंत्र भुखमरी के कगार पर आ गए हैं. उन्हें तत्काल सरकार राहत पैकेज देने की घोषणा करे.3) इस महामारी में चुनाव ड्यूटी में लगाए गए शिक्षक व कर्मचारी जिनकी मृत्यु कोविड की वजह से हो गई है, उनके परिवारों को सरकार द्वारा 50 लाख का मुआवजा दिया जाए.4) कोविड-19 महामारी की वजह से जिन मीडियाकर्मियों की मृत्यु हुई, उनके परिवारों को 50 लाख बतौर मुआवज़ा व जान जोखिम में डाल कर काम करने वाले मीडियाकर्मियों को राहत पैकेज देने की घोषणा की जाए.