वाराणसीः काशी में बुधवार को 49वें ध्रुपद मेले (Dhrupad Mela varanasi) का शुभारंभ हुआ. तुलसी घाट पर गंगा किनारे कलाकारों ने अपनी प्रस्तुती दी. मेले का शुभारंभ संकट मोचन मंदिर के महंत प्रोफेसर विश्वम्भरनाथ मिश्र और पद्मश्री राजेश्वर आचार्य और पद्मश्री ऋत्विक सान्याल, महाराजा बनारस डॉ. अनंत नारायण सिंह ने दीप जलाकर किया. 15 फरवरी को शुरू हुआ यह मेला 18 फरवरी 2022 तक चलेगा. कार्यक्रम में शाम 7:00 बजे से रात 11 बजे तक कलाकारों की प्रस्तुति होगी.
महाराजा बनारस डॉ. अनंत नारायण ने बताया कि 'तुलसी घाट पर महाराजा बनारस विद्या न्यास मंदिर और ध्रुपद समिति के तत्वाधान में 49वें अंतरराष्ट्रीय ध्रुपद मेले का शुभारंभ किया गया. यह मेला 1975 से लेकर होता चला आ रहा है. यह अन्नविक्ष परंपरा है और चलती आ रही है. हम वर्ष नहीं गिनते, बस यह चाहते हैं कि अन्नविंक्ष परंपरा चलती रहे.' बता दें कि 1975 में महाराजा बनारस ने इस मेले का शुभारंभ कराया था. इस अंतरराष्ट्रीय ध्रुपद मेल के 4 दिवसीय आयोजन में विदेशी कलाकारों को आमंत्रित किया गया है. प्रस्तुति देवव्रत मिश्र ने राग यमन में आलाप गौढ़ के पश्चात चौताल में गतकारी की प्रस्तुति दी.