वाराणसी: शिव की नगरी काशी में जगत के पालनकर्ता भगवान श्रीकृष्ण (lord krishna) का जन्मोत्सव (janmashtami) बहुत ही धूमधाम से मनाया जाएगा. इसे लेकर विभिन्न मंदिरों तैयारियां की जा रही हैं. गुरुधाम स्थित इस्कॉन मंदिर (iskcon temple) में भी पूरे विधि-विधान से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (shri krishna janmashtami) मनाई जाएगी. मंदिर प्रांगण को विभिन्न प्रकार की झालरों से सजाया जाएगा और विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. जिसमें प्रत्येक वर्ष की भांति होने वाले धार्मिक अनुष्ठान भी किए जाएंगे.
जन्माष्टमी के अवसर पर इस्कॉन मंदिर एवं भगवान के मित्रों को देश-विदेश के सुंदर फूलों से सजाया जाएगा. मंदिर प्रबंधन समिति ने जन्माष्टमी के दिन मंदिर की दिनचर्या के बारे में बताया कि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में भगवान की विशेष मंगला आरती, तुलसी आरती एवं श्रृंगार आरती की जाएगी. आरती के पश्चात भगवान के समक्ष श्रीमद्भागवत गीता का प्रवचन होगा. इसके बाद श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कृष्ण के भक्त 24 घंटे का अखंड हरिनाम संकीर्तन आयोजित करेंगे, जो शाम 6 बजे से सुबह 9 बजे तक चलेगा. इसके अलावा ऑनलाइन कीर्तन मेला का भी आयोजन होगा.
जन्माष्टमी पर शिव की नगरी में लड्डू गोपाल को लगेगा 216 व्यंजनों का भोग
यूपी के वाराणसी में गुरुधाम स्थित इस्कॉन मंदिर (iskcon temple) में विधि-विधान से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (shri krishna janmashtami) मनाई जाएगी. जिसमें प्रत्येक वर्ष की भांति होने वाले धार्मिक अनुष्ठान भी किए जाएंगे. इस अवसर पर भगवान को 21 प्रकार के द्रव्य, 216 प्रकार के व्यंजन अर्पित किए जाएंगे.
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अच्युत मोहनदास ने बताया कि जन्माष्टमी के अवसर पर इस वर्ष भी प्रत्येक वर्ष की भांति महाअभिषेक किया जाएगा. जिसमें 21 प्रकार के द्रव्य, 216 प्रकार के व्यंजन भगवान को अर्पित किए जाएंगे. इसके अलावा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. वैश्विक महामारी को देखते हुए रात 10 बजे के बाद भक्तों का मंदिर में प्रवेश नहीं होगा. दिन में जो भक्त दर्शन करने आएंगे उन्हें दर्शन कराने के साथ तुरंत मंदिर से वापस कर दिया जाएगा. भजन कीर्तन का कार्यक्रम रात भर किया जाएगा. यह कार्यक्रम ऑनलाइन रहेगा, जिससे सभी भक्त देश-विदेश से घर पर बैठकर आनंद ले सकेंगे.