उन्नाव: 7 साल से कम सजा की धाराओं में सजा काट रहे जेल से छूटने वाले विचाराधीन बंदियों और सजायाफ्ता कैदियों पर पुलिस की पैनी निगाह रहेगी. पुलिस पैरोल पर घर आए कैदियों पर लगातार नजर रखेगी और उन्हें घर पर ही रहने की चेतावनी भी देती रहेगी. वहीं पैरोल पर छूटे बंदियों की पैरोल पूरी होने से पहले ही हाजिर होने की याद भी पुलिस उन्हें दिलाएगी.
कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ने के चलते सरकारों के साथ सुप्रीम कोर्ट भी सख्त हो गई थी. इसके चलते कोर्ट ने बीते सप्ताह देश की जेलों में विचाराधीन बंदियों और सजायाफ्ता कैदियों की भीड़ कम करने की मंशा से 7 साल से कम सजा की धाराओं में निरुद्ध कैदियों को पैरोल देने का फैसला लिया था. आदेश के बाद जिला जेल में बीते रविवार से मानकों के अनुरूप आने वाले बंदियों व कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का काम शुरू किया गया.
इन लोगों को 8 हफ्ते का समय दिया गया है. बताया गया है कि इसके बाद उन्हें खुद ही कोर्ट में हाजिर होना होगा. लेकिन जेल प्रशासन द्वारा इनमें से बड़ी संख्या में लोगों के खुद वापस ना आने की आशंका से संबंधित थाना कोतवाली पुलिस को भी इसकी सूचना भेजी है.