उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

UP के उस जिले में 'सखी' का हाल, जहां एक साल में सबसे ज्यादा दर्ज हुए थे रेप केस - what is one stop ceter

महिला अपराधों की सूची में सबसे पहले जिस जिले का नाम लिया जाता है, वो उन्नाव है. साल 2012 में निर्भया कांड के बाद सरकार ने वन स्टॉप सेंटर खोलने के आदेश दिए थे. इसी के तहत उन्नाव में भी वन स्टॉप सेंटर खोला गया. जिले में सेंटर का क्या हाल, ये जानने के लिए देखें ये स्पेशल रिपोर्ट...

etv bharat
डिजाइन फोटो.

By

Published : Mar 20, 2020, 2:22 PM IST

Updated : Mar 20, 2020, 2:57 PM IST

उन्नाव:महिला अपराधों की सूची में सबसे पहले जो नाम याद आता है, वो उन्नाव है. ये कहना जरा भी गलत नहीं होगा कि बीते साल उन्नाव सुर्खियों में बना रहा तो महिला उत्पीड़न की वजह से. बीते साल जो रजिस्टर्ड आंकड़े सामने आए वो बेहद चौंकाने वाले थे. जिले में 19 महिलाओं की हत्या, 60 का बलात्कार, 210 का शीलभंग, 267 का अपहरण, 5 के साथ छेड़खानी, महिला उत्पीड़न के 308 मामले और दहेज मृत्यु के 52 मामले दर्ज हुए.

साल 2012 में निर्भया कांड के बाद सरकार द्वारा सभी जिलों की पीड़ित महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर खोले जाने के आदेश दिए गए. इसी के तहत अगस्त 2019 में जिला अस्पताल में महिला कल्याण विभाग ने एक परिसर किराए पर लिया. यहां वन स्टॉप सेंटर की शुरुआत हुई. कहने के लिए तो वन स्टॉप सेंटर खुल गया, लेकिन 5 बेड वाले इस वन स्टॉप सेंट में प्रशिक्षण देने की कोई व्यवस्था नहीं है.

उन्नाव में सखी का हाल.

वैसे तो काउंसलर, मनोवैज्ञानिक समेत 14 महिलाओं का स्टाफ यहां नियुक्त किया गया है ताकि वे महिलाओं की काउंसलिंग कर सकें. फिलहाल, सेंटर में एक भी पीड़ित महिला मौजूद नहीं है. सुरक्षा के लिहाज से यहां एक पुलिस चौकी भी बनाई गई है. महिला सब इंस्पेक्टर समेत 2 महिला सिपाहियों की इस चौकी में तैनाती भी है.

पढ़ें:हमीरपुर में अब तक नहीं खुल सका है 'वन स्टॉप सेंटर'

अगस्त 2019 में अब तक यहां 900 केस आ चुके है, जिसमें 33 आवासीय महिलाओं की काउंसलिंग की गई. सेंटर की प्रबंधक ज्योति मिश्रा की माने तो यहां आने वाली पीड़ित महिलाओं और भटकी हुई युवतियों को काउंसलिंग के जरिये मोटिवेट किया जाता है.

Last Updated : Mar 20, 2020, 2:57 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details