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Clash in Unnao: ईदगाह के विस्तार को लेकर दो पक्षों में चलीं गोलियां, कई लोग घायल - Fighting in Village Mau

यूपी के उन्नाव में ईदगाह के विस्तार को लेकर एक ही समुदाय के दो पक्षों में विवाद हो गए. जिसके बाद मारपीट के बाद एक पक्ष ने फायरिंग भी की. इस मारपीट में कई लोग घायल हुए हैं.

ग्राम मऊ में ईदगाह को लेकर फायरिंग
ग्राम मऊ में ईदगाह को लेकर फायरिंग

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Published : Mar 20, 2023, 4:42 PM IST

उन्नाव: बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मऊ में ईदगाह कमेटी के सदर (प्रमुख) पद को लेकर दो पक्षों में सोमवार को खूनी संघर्ष हुआ. इस दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर जमकर ईंट-पत्थर और लाठी डंडो से हमला कर दिया. वहीं, कई राउंड फायरिंग भी हुई. खूनी संघर्ष में एक पक्ष के चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. दोनों पक्षों ने कोतवाली घटना की तहरीर में दी है.



ग्राम मऊ निवासी बदरुद्दीन द्वारा कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा गया है कि वह गांव की ईदगाह कमेटी का मौजूदा सदर है. वह सोमवार को कमेटी के सदस्यों के साथ ईदगाह का विस्तार करने के लिए पुरानी दीवारों को ध्वस्त करवा रहे थे. तभी गांव के ही जावेद, जसीम, तोहिद, सोहिल दिलशाद, फुरकान, सुफील, इमरान सहित अन्य लोग मौके पर पहुंच गए कहने लगे कि तुम्हारी कमेटी फर्जी है. इसलिए ईदगाह का निर्माण कार्य नहीं करवा सकते. ईदगाह का विस्तार हम लोग अपने हिसाब से करवाएंगे. इस पर दोनों पक्षों में तू तू मैं मैं होने लगी.

बदरुद्दीन ने आरोप लगाया कि इसी दौरान जावेद व जसीम आदि ने लाठी-डंडों और पत्थरों से कमेटी के लोगों पर हमला बोल दिया. हमले में कमेटी के ताहिर, जुबेर, कुर्बान सहित वह गंभीर रूप से घायल हो गए. आरोप है कि हमलावरों ने दहशत फैलाने के लिए कई राउंड फायरिंग भी की.

वहीं, विवाद की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां से चिकित्सकों ने जुबैर, बदरुद्दीन व कुर्बान की हालत नाजुक बताकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया. घायल बदरुद्दीन की तहरीर पुलिस जांच में जुटी है. वहीं दूसरे पक्ष के सोहिल ने कोतवाली में तहरीर देकर कहा है कि गांव के शुजाउद्दीन, अमीन, जैनुल व इस्लामुद्दीन आदि ने ग्राम जोगीकोट के कई लोगों के साथ घर में घुस आए और मारपीट करने लगे. हमलावरों ने बचाने दौड़ी पत्नी के साथ बदसलूकी की.


ग्रामीणों ने बताया कि सन् 1962 में चकबंदी के दौरान कटौती की जमीन में से तत्कालीन प्रधान व बदरुद्दीन के बाबा हाजी नादिर अली ने मंदिर, चरागाह ,खलिहान व ईदगाह के लिए जमीन आवंटित की थी. झगड़े की पृष्ठभूमि में कोई जमीनी विवाद नहीं है. ग्रामीणों ने बताया कि सोहिल के पिता अब्दुल रज्जाक पूर्व में ईदगाह कमेटी के सदर थे. उन्होंने ही सर्वसम्मति से बदरुद्दीन को ईदगाह कमेटी का सदर नियुक्त किया था. लेकिन विपक्षी लोग बदरुद्दीन को ईदगाह का सदर मानने के लिए तैयार नहीं है. कमेटी सदर के विवाद को लेकर गांव में अभी भी तनाव बना हुआ है. इस मामले में सीओ बांगरमऊ पंकज सिंह ने बताया कि अभी एक पक्ष से तहरीर मिली है. घायलों का इलाज कराया जा रहा है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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