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बुजुर्ग महिला को नहीं मिला आवास, शौचालय को बनाया रसोईघर

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Published : Feb 1, 2021, 1:32 PM IST

Updated : Feb 2, 2021, 6:20 AM IST

स्वच्छत भारत अभियान के तहत गांव में बने शौचालय गोदाम और रसोईघर में बदल गए हैं. ऐसा ही एक मामला उन्नाव का है, जहां एक बुजुर्ग महिला शौचालय में खाना बनाने और रखने को मजबूर है. इसका कारण महिला को पात्र होते हुए भी आवास न मिलना है.

शौचालय को बनाया रसोईघर.
शौचालय को बनाया रसोईघर.

उन्नाव : जिले में एक गरीब महिला झोपड़ी के सहारे अपना गुजर बसर करने को मजबूर है. इसके पास रहने के लिए घर नहीं है, लिहाजा सरकार ने जो शौचालय बनवाया था उसमें ही अब इस महिला ने अपना रसोई घर बना लिया है. महिला का कहना है कि उन्होंने घर बनवाने के लिए कई अधिकारियों के यहां चक्कर लगाए लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई. इतना ही नहीं प्रधान पर आवास के लिए पैसे मांगने का भी आरोप लगाया है.

शौचालय को बनाया रसोईघर.

जहां एक तरफ देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम आवास वितरण को लेकर बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. वहीं उन्नाव के दरअसल जिले के बांगरमऊ क्षेत्र के गुलरिहा गांव में उनके वादे खोखले नजर आते दिख रहे हैं. इस गांव में एक बुजुर्ग महिला को आवास मिला ही नहीं है. उसने कई बार गांव के प्रधान और अधिकारियों की चौखट पर गुहार लगाई लेकिन किसी ने नहीं सुनी. थक हार कर उस महिला ने जानवरों से अपने भोजन को बचाने के लिए शौचालय को ही अपना रसोई घर बना लिया.

शौचालय को बनाया रसोईघर.

जब ईटीवी भारत ने बुजुर्ग महिला के पड़ोसी मुंशी लाल से पूछा तो उसने बताया कि हमने आवास के लिए कई बार प्रधान से कहा और उच्चाधिकारियों से भी बात की लेकिन किसी ने भी नहीं सुनी. मुंशी लाल ने बताया कि आवास के लिए सब पैसे मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर मेरे पास पैसा होता तो हम खुद ही बना लेते.

शौचालय को बनाया रसोईघर.
शौचालय को बनाया रसोईघर.

वहीं इस बाबत ग्राम विकास अधिकारी विनोद वर्मा ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि हो सकता है उनका नाम आवास प्लस की सूची में गलती से छूट गया हो. लेकिन जांच में उनको पात्र पाया गया है.

शौचालय को बनाया रसोईघर.
Last Updated : Feb 2, 2021, 6:20 AM IST

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