उन्नाव: माखी रेपकांड में योगी सरकार और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं. वहीं इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए माखी गांव में सीआरपीएफ का पहरा बैठा दिया है. पीड़िता के घर के बाहर जहां सीआरपीएफ जवानों की टुकड़ी पूरी तरह मुस्तैद है. इसके साथ ही रायबरेली सड़क हादसे में घायल पीड़ित वकील के घर के बाहर भी सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए हैं, जो चप्पे-चप्पे पर निगाह रखे हुए हैं.
उन्नाव रेपकांड: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पीड़िता के गांव में CRPF का कड़ा पहरा
उन्नाव रेपकांड में पीड़िता की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पीड़िता और रायबरेली सड़क हादसे में घायल पीड़ित वकील के घर के बाहर सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है.
पीड़िता के गांव में CRPF का कड़ा पहरा.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पीड़िता के गांव में सीआरपीएफ की तैनाती
- उन्नाव रेपकांड की पीड़िता का गांव इस समय सीआरपीएफ जवानों के पहरे में है.
- पीड़िता की गाड़ी के रायबरेली में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे थे.
- सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस पर भरोसा न जताते हुए पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ को सौंपने के आदेश दिए हैं.
- आदेश मिलते ही सीआरपीएफ की दो गाड़ियां गांव पहुंची, जिसमें 10 जवान पीड़िता के घर के बाहर मुस्तैद हैं.
- चार जवान रायबरेली हादसे में घायल पीड़िता के वकील के घर के बाहर पहरा दे रहे हैं.