उन्नाव:प्रदेश की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इसको लेकर इन सीटों पर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जिलेकी बांगरमऊ विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुरेश पाल ने आज नामांकन किया. उन्होंने कलेक्ट्रेट स्थित अपर जिला निर्वाचन अधिकारी के यहां नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक उदय राज, सुधीर रावत और एमएलसी सुनील साजन तथा जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव भी मौजूद रहे.
यूपी उपचुनाव 2020: सपा प्रत्याशी सुरेश पाल ने बांगरमऊ विधानसभा सीट पर किया नामांकन - उन्नाव खबर
यूपी में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. चुनाव आयोग ने इसके लिए चुनाव कार्यक्रम की भी घोषणा कर दी थी. चुनाव आयोग ने नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए 9 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक का समय दिया है. इसी क्रम में उन्नाव की बांगरमऊ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुरेश पाल ने आज नामांकन पत्र दाखिल किया.
![यूपी उपचुनाव 2020: सपा प्रत्याशी सुरेश पाल ने बांगरमऊ विधानसभा सीट पर किया नामांकन नामांकन करने जाते सपा के प्रत्याशी सुरेश पाल.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9188469-930-9188469-1602773621364.jpg)
बता दें कि, बांगरमऊ विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट पर कुलदीप सिंह सेंगर चुनाव जीतकर विधायक बने थे. इसके बाद कुलदीप पर रेप का मुकदमा दर्ज हुआ था. वहीं 13 अप्रैल 2018 को कुलदीप सिंह सेंगर को सीबीआई ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. 20 दिसंबर 2019 को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने विधायक को रेप का दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है. इसके बाद विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की विधानसभा सदस्यता समाप्त हो गई थी और विधानसभा सीट रिक्त हो गई थी. उत्तर प्रदेश की 7 विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं. इसमें बांगरमऊ सीट पर 3 नवंबर को मतदान होना है.
बता दें, उत्तर प्रदेश की जिन 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. उनमें फिरोजाबाद की टूंडला, उन्नाव की बांगरमऊ, बुलंदशहर की बुलंदशहर सदर, जौनपुर की मल्हनी, कानपुर की घाटमपुर, अमरोहा की नौगांव सादात, देवरिया की देवरिया सदर सीट शामिल है, जिन 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. इनमें 6 पर भारतीय जनता पार्टी व एक पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था. अब भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी के सामने अपना प्रदर्शन दोहराते हुए और अधिक बेहतर करने की चुनौती है.