उन्नाव:दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में पांचों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस ने जिला जेल से जिला न्यायालय में पेश किया. पुलिस ने न्यायालय से आरोपियों से पूछताछ के लिए 3 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की अपील की. कोर्ट ने 12 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड की स्वीकृति दी. 19 दिसंबर को एसआईटी टीम जिला जेल से आरोपियों को 12 घंटे की रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. रिमांड में कोशिश होगी कि घटनाक्रम से जुड़े अहम साक्ष्य जुटाए जा सकें.
जानकारी देते आरोपी पक्ष के वकील. उन्नाव में 5 दिसंबर की सुबह दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जला देने का मामला सामने आया था. वहीं उपचार के दौरान 6 दिसंबर को दुष्कर्म पीड़िता ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था. इसके बाद मामला सुर्खियों में छा गया और हर तरफ घटना को अंजाम देने वालों आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलने की आवाज बुलंद हो गई.
पुलिस ने पीड़िता के मजिस्ट्रेटियल बयान के आधार पर मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी व शुभम त्रिवेदी समेत पांचों आरोपियों को 6 दिसंबर को ही गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. मामले में मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी व शुभम त्रिवेदी समेत सभी पांच आरोपियों को बुधवार को जिला जेल से जिला न्यायालय में पेश किया गया.
एसआईटी टीम प्राभरी एसपी वीके पांडेय ने कोर्ट से आरोपियों को 3 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग की. इसमें तर्क रखा गया कि घटनाक्रम में जुड़े कुछ अहम बिंदुओं पर जांच होनी है. आरोपियों से पूछताछ होनी है. इस पर आरोपी पक्ष के वकील ने आरोपियों को जान का खतरा बताकर पुलिस कस्टडी रिमांड मांग को अस्वीकार करने की कोर्ट से अपील की.
बहस के बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों की 12 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड स्वीकार किया. कोर्ट ने आदेश दिया है कि 19 दिसंबर को सुबह 8:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड स्वीकृत की गई है. इस दौरान आरोपी पक्ष के वकील संजीव त्रिवेदी भी पुलिस टीम के साथ मौजूद रहेंगे. साथ ही सुरक्षा में किसी भी स्तर की चूक न होने की हिदायत भी दी. इसके बाद पुलिस टीम ने सभी आरोपियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में देर शाम जिला जेल में दाखिल किया.