उन्नाव: यूं तो पूरे देश मे 7 अक्टूबर को विजयदशमी के मौके पर रावण का दहन किया जा चुका है, लेकिन उन्नाव में परंपरा के अनुसार पूर्णमासी को होने वाले रावण दहन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. 13 अक्टूबर को पूर्णमासी के दिन होने वाले रावण दहन हो लेकर दशहरे मेले में इस बार रावण के पुतलों की दुकान लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.
उन्नाव में रावण बना रोजगार का जरिया. इसे भी पढ़ें- 9 सिर वाले रावण का हुआ दहन, बेकाबू हुई भीड़
दुकाने बनी लोगों के आकर्षण का केन्द्र
3 फिट के रावण से लेकर 20 फिट के रावण कई दुकानों में मौजूद है और सबकी कीमत भी दुकानदारों ने निर्धारित कर रखी है. पहली बार सजी रावण की दुकान लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
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दशानन बने रोजगार का जरिया
इन दुकानों में तरह-तरह के दशानन के पुतले लगाए हैं. जिसमे सबसे छोटे पुतले का रेट जहां 300 रुपये है वहीं बड़े पुतले का रेट 2000 रुपये निर्धारित किया गया है. उन्नाव के दशहरे मेले में पहली बार सजी रावण की दुकानों मे ग्राहकों की भीड़ भी लग रही है. वहीं दुकानदार रावण को रोजगार का जरिया मान रहा है, वहीं अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद भी जता रहा हैं.
कुल मिलाकर रावण दहन करके लोग भले ही इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयदशमी के रूप में मानते हो, लेकिन उन्नाव में बुराई का प्रतीक माना जाने वाला रावण रोजगार का जरिया बना हुआ है.