उन्नाव:जनपद में कोरोना काल में धरना-प्रदर्शन की पाबंदी होने के बाद भी 5 घंटे समर्थकों के साथ धरने पर बैठने वाले भाजपा सदर विधायक बैकफुट पर आ गए. कहा जा रहा है कि सरकार की किरकिरी होने से खफा सीएम ने विधायक से फोन पर बात कर गहरी नाराजगी व्यक्त की. आनन-फानन डीएम कार्यलय में शाम 3.30 बजे डीएम रवीन्द्र कुमार और एसपी रोहन पी कनय के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की. सदर विधायक ने मामले में पुलिस को एक तरह से क्लीन चिट देते हुए प्रशासन का पूरा सहयोग होने की बात कही.
बता दें कि उन्नाव सदर कोतवाली मोहल्ला हिरन नगर में करीब एक बीघा से अधिक जमीन महिला थाना के नाम से कई सालों से दर्ज है. जमीन पर मोहल्ले के कुछ लोगों ने एक छोटे से हिस्से पर मंदिर का चबूतरा बना दिया गया और मूर्ति भी रख दी गई. जानकारी मिलने पर बुधवार दोपहर सदर कोतवाली पुलिस ने मंदिर निर्माण को अवैध बताकर 4 नामजद और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. साथ ही पुलिस 7 लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली आ गई. बीती देर रात भाजपा सदर विधायक पंकज गुप्ता ने सीओ सिटी यादवेंद्र से फोन पर बात कर बुजुर्गों के खिलाफ कार्रवाई न कर मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की बात कही. मगर पुलिस ने कोतवाली में बुजुर्गों के साथ अमानवीय व्यवहार किया. इस बात की जानकारी सदर विधायक को दी गई.
प्रेस वार्ता में जानकारी देते विधायक और डीएम. निष्पक्ष जांच का आश्वासन
सदर विधायक पंकज गुप्ता बीती देर रात करीब 1 बजे उन्नाव सदर कोतवाली पहुंच गए. उन्नाव पुलिस का सदर विधायक के साथ पर व्यवहार बेहतर नहीं रहा. इसके बाद सदर विधायक अपने कुछ समर्थकों के साथ सदर कोतवाली गेट के सामने धरने पर बैठ गए. साथ ही उन्नाव पुलिस के खिलाफ संभ्रांत नागरिकों के साथ अभद्र व्यवहार करने के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ लगातार गलत व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए. विधायक समर्थकों ने पुलिस मुर्दाबाद और पुलिस चोर है के नारे लगाकर जमकर विरोध किया. साथ ही लॉकडाउन में व्यापारियों का पुलिस का शोषण करने जैसे गंभीर आरोप लगाए. धरने के दौरान एडिशनल एसपी विनोद कुमार पांडेय व सीओ सिटी ने बात की, लेकिन विधायक नहीं माने. इसके बाद सुबह के 5 बजे तक सदर कोतवाली में भाजपा विधायक धरने पर बैठे रहे. सुबह लगभग साढ़े 5 बजे डीएम रविन्द्र कुमार और एसपी रोहन पी कनय मौके पर सदर कोतवाली पहुंचे. डीएम रविन्द्र कुमार और एसपी रोहन पी कनय ने सदर विधायक पंकज गुप्ता से मुलाकात की और उनका धरना खत्म करवाया. विधायक ने डीएम-एसपी को शिकायती पत्र भी सौंपा, जिसके बाद डीएम ने पत्र लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया. वहीं विधायक ने आरोप लगाया था कि पुलिस द्वारा संभ्रांत नागरिकों को कोतवाली लाकर प्रताड़ना दी जाती है. मारपीट की जाती है.
विधायक के साथ प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डीएम रवीन्द्र कुमार ने कहा कि महिला थाने की जमीन को लेकर एक मुकदमा पंजीकृत हुआ था. पुलिस ने बीेते बुधवार को कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. उन लोगों ने विधायक को फोन किया था, जिस पर विधायक कोतवाली पहुंचे थे. इस दौरान विधायक ने मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी सीओ से बात की. विधायक के साथ हमारी एसपी की बात हुई है. किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं है. सारे बिंदु क्लियर हो गए हैं. किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं हुआ है.