उन्नाव/कुशीनगर/मुजफ्फरनगर/कन्नौज/गाजीपुर: यूपी में बिजली कर्मियों के हड़ताल के चलते दूसरे दिन प्रदेश के कई जिलों में बिजली संकट गहरा गया. कई जिलों में रात होते ही कई इलाके अंधेरे में डूब गए. बिजली संकट गहराने से जनजीवन बेहाल हो गया है. उधर, ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने 1332 संविदाकर्मियों को बर्खास्त कर दिया. साथ ही शाम छह बजे तक वापस काम पर न आने वाले कर्मचारियों की संविदा समाप्त करने की चेतावनी दी गई है.
उन्नाव में बिजली विभाग के कर्मी हड़ताल पर रहे. इससे उन्नाव के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति चरमरा गई. ग्रामीण इलाकों में 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत रहा है, बिजली के दर्शन तक नहीं हुए हैं. वहीं, उन्नाव में हड़ताल कर रहे बिजली कर्मी साथियों को जेल भेजे जाने का जश्न मना रहे हैं. साथ ही टार्च की रोशनी में प्रदर्शन भी कर रहे हैं. बिजली कर्मियों ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक वे काम पर लौटने वाले नहीं हैं.
कुशीनगर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की जिला इकाई का शनिवार को धरना प्रदर्शन जारी रहा. नगर के बिजली घर मे संगठन के पदाधिकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार चौबे ने कहा कि धरना प्रदर्शन हम लोगों की मांगें पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा. संचालन जेई मुन्ना कुमार ने किया. वहीं, डीएम रमेश रंजन ने शनिवार को कार्रवाई शुरू कर दी. उन्होंने ट्रांसमिशन केंद्र के अधिशासी अभियंता देवेंद्र कुमार सिंह और टेक्निकल ग्रेड 2 ट्रांसमिशन के जय नारायण यादव के खिलाफ कसया थाना में सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. डीएम ने तल्ख लहजे में कहा कि गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे.
बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए डीएम ने अधिकारियों के साथ विभिन्न केंद्रों का जायजा लिया. इसके अलावा अहिरौली बाजार के सब स्टेशन ऑपरेटर सुधीर गुप्ता के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया. हड़ताल के दौरान सहायक अभियंता पप्पू जायसवाल, चंदन सिंह, अशोक कुमार, तुषार सिंह, ऋषभ श्रीवास्तव, डीएन सिंह, रामशब्द, पंकज कुमार जेई मुन्ना कुमार, यशवंत कुशवाहा, शैलेश यादव, प्रसुन्न श्रीवास्तव, विनय कुमार, अरविंद कुमार, त्रिगुनायक, शशि कपूर, अरुण वर्मा, शैलेश दुबे, विजय सिंह, सिकंदर, रामविलास खरवार, राजेश गुप्ता, राशिद सागर, संतोष, राजन चौहान, मनीष सागर आदि मौजूद थे.
मुजफ्फरनगरमें शाम छह बजे तक काम पर नहीं लौटे हड़ताली बिजली कर्मचारियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी. दस कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि मुजफ्फरनगर में भी दस संविदा कर्मचारियों के खिलाफ ऐस्मा के तहत मुकदमा दर्ज कराकर वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी गई है. शहर कोतवाली, पुरकाजी, ककरौली, छपार और थाना नई मंडी के दस संविदा कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. गुलजार अहमद, शहजाद अहमद, बाबू कुमार,नवनीत कुमार, भवनीश कुमार, प्रताप कुमार, कृष्णपाल, सचिन कुमार,सनेज और जगरोशन लाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
सड़क जाम कर किया हंगामा
मुजफ्फरनगर में बिजली विभाग के कर्मचारियों की हडताल के कारण जनपद तथा शहर में बिजली तथा पानी की आपूर्ति की स्थिति खराब हो गई है. कईं घंटों से बिजली न आने से परेशान लोग सड़क पर उतर आए. देर शाम रुड़की रोड पर उत्तेजित लोगों ने हंगामा करते हुए जाम लगा दिया. इसके बाद पुलिस ने हालात किसी तरह संभाले. बता दें कि जिले में पानी और बिजली को लेकर त्राहि मची हुई है. बता दें कि नगर पालिका ने 12 नलकूपों पर जनरेटर से पानी की सप्लाई देने की व्यवस्था की है.जिन जगहों पर बिजली सप्लाई आ रही है वहां पर 24 घंटे नलकूप चलाने के निर्देश ईओ के द्वारा जलकल विभाग को दिए गए हैं. इसके बावजूद लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा. इसे लेकर ही लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा किया.
कन्नौज के डीएम ने बताया कि कन्नौज में दो फीडरों में दिक्कत आई थी. थोड़ी देर में समस्या को दूर कर दिया गया है. आंधी पानी की वजह से भी समस्या आई थी. जल्द ही सप्लाई शुरू करा दी जाएगी. जहां लाइट की वजह से पानी की सप्लाई बाधित हुई है वहां टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है. अधिकारियों को सब स्टेशन को चलाने के लिए लगाया गया है.
गाजीपुरमें भी बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं. जिला अधिकारी आर्यका अखौरी ने बताया कि जनपद के बिजलीकर्मी 72 घंटे के लिए हड़ताल पर हैं. अभी 40 घंटे से ज्यादा समय हो चुका है. ऐसे में आम जनमानस की सुविधा के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है कि बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से बहाल है. कुछ विद्युत उपकेंद्र पर आउटसोर्सिंग के कर्मचारी नदारद रहे. ऐसे 12 कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि आउटसोर्सिंग के 37 कर्मचारी काम पर नहीं आए थे उनकी सूची बनाकर बिजली विभाग के एमडी को भेज दी गई है. इनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई हो चुकी है. जिनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. वहीं, कर्मचारी नेता निर्भय नारायण सिंह ने कहा कि 14 सूत्री मांग को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के आवाहन पर 72 घंटे की हड़ताल जारी है. कहा कि अगर कर्मचारियों का उत्पीड़न हुआ तो आंदोलन और तेज होगा. जरूरत पड़ी तो जेल भी भरी जाएगी.
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