उन्नाव:जिले में बिजली के भुगतान को लेकर पावर कारपोरेशन सख्त हो गया है. मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की समीक्षा में बिजली कनेक्शन न काटने में अनदेखी की बात सामने आई है. इस पर प्रबंध निदेशक ने निगम से जुड़े सभी खंडों में अलग से गणगौर वाहन की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं. वहीं अधिशासी अभियंता प्रथम ने अपने मातहतों को निर्देश दिया है कि किसी भी सूरत में बिजली चोरी नहीं होनी चाहिए. बिजली चोरी करने वाला चाहे कोई भी उसे बख्शा नहीं जाएगा.
उन्नाव: बिजली चोरी करने वालों की खैर नहीं, पावर कॉरपोरेशन चलाएगा अभियान - मीटरों को घर के बाहर लगाने का फैसला
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बिजली चोरी करने वालों पर पावर कारपोरेशन ने शिंकजा कसने का पूरा इंतजाम कर लिया है. बिजली चोरी को रोकने के लिए अब मीटरों को घर के बाहर लगाने का फैसला लिया गया है.
![उन्नाव: बिजली चोरी करने वालों की खैर नहीं, पावर कॉरपोरेशन चलाएगा अभियान](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-4211402-929-4211402-1566478710485.jpg)
बिजली चोरी करने वालों पर कसेगा शिकंजा-
बिजली चोरों के कनेक्शन काटने के लिए बिजली विभाग के पास कोई अलग से व्यवस्था नहीं है. इस पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अध्यक्ष ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर नाराजगी जाहिर की थी. इस कड़ी में गैंग और वाहन की उपलब्धता को लेकर निर्देश दिए गए हैं. वहीं हर वितरण खंड को इस मामले में निशाने पर लिया गया है. नए निर्देश के तहत 33/11 के वी के उप केंद्र के परिचालन और अनुरक्षण कार्य के लिए मंडल वार संविदा कर्मी नियुक्त किए गए हैं. वहीं विद्युत विच्छेदन कार्य के लिए अलग से संविदा कर्मियों का अनुबंधित किया जाएगा. निविदा से यदि वाहन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं तो उपखंड अधिकारी के वाहन के अनुबंध के अनुसार कार्यदाई संस्था से सहमत लेकर वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे.
- विद्युत चोरी रोकना पहली प्राथमिकता है.
- जिले से पुलिस फोर्स आमंत्रित करने का अनुरोध किया गया है.
- पुलिस अधीक्षक ने लगभग 20 पुलिस फोर्स, जिसमें इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को मुहैया करा दिया है.
- शाम को हर सप्ताह में 2 दिन सुबह चेकिंग अभियान चलाया जाएगा.
- यह अभियान सुबह 5:00 बजे से शाम को 5:00 बजे तक चलाया जाएगा.
- चेकिंग के दौरान जो भी बिजली चोरी करता हुआ पकड़ा गया, उसके ऊपर जुर्माना और अन्य कार्रवाई कराई जाएगी.
जिले में इन्फ्रास्ट्रक्चर बहुत कमजोर है, जिसको मजबूत करने की पहल कर दी गई है. जो लोग मीटर में संट लगाकर या मीटर तक आने वाले केबिल को काटकर बिजली चोरी करते हैं. उसके लिए मीटर को बाहर लगाने का अभियान चलाया जा रहा है. कुछ ही समय में शत-प्रतिशत मीटर घरों के बाहर दिखाई देंगे और जहां पर संभव हो सकेगा वहां यूनिट मीटर लगाकर बिजली चोरी रोकी जाएगी.
-सुभाष चंद्र शर्मा, अधिशासी अभियंता प्रथम