उन्नाव:बांगरमऊ क्षेत्र के ग्राम जगतनगर और कपूरपुर गांव स्थित कृषि सेवा केंद्र संचालकों ने आलू किसानों को नकली बीज शोधन की दवा बेच(Selling fake seed purification medicine to farmers) दी. नकली बीज शोधन दवा के प्रयोग से करीब 50 से ज्यादा किसानों का आलू बीज जमीन में ही सड़ कर बर्बाद हो गई. किसानों ने उप जिलाधिकारी से केंद्र संचालक और दवा कंपनी के खिलाफ मामले की रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
उन्नाव में नकली दवाई से किसानों की आलू की फसल हुई बर्बाद - नकली बीज शोधन दवा
उन्नाव में दवा विक्रेता ने किसानों को नकली बीज शोधन की दवा बेच दी. इसके इस्तेमाल से किसानों के आलू के जमीन के अंदर ही सड़ गए. फसल खराब होने से परेशान किसानों ने उप जिलाधिकारी से केंद्र संचालक और दवा कंपनी के खिलाफ मामले की रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
क्षेत्र के किसान नगदी फसल के लिए भारी मात्रा में आलू की खेती करते रहे हैं. बीते माह अक्टूबर के अंतिम सप्ताह और नवंबर के प्रथम सप्ताह में क्षेत्र के किसानों ने महंगा आलू का बीज खरीद कर खेतों में बुवाई के लिए दवा से शोधन किया था. बीज शोधन के लिए किसानों ने क्षेत्र के ग्राम जगतनगर और कपूरपुर स्थित कृषि सेवा केंद्रों से दवा खरीदी थी. बीज शोधन के बाद खेतों में आलू बीज की बुवाई कर दी गई थी लेकिन, बीज शोधन की दवा नकली होने के चलते आलू का बीज जमीन में ही सढ़कर बर्बाद हो गया.
नकली दवा से क्षेत्र के ग्राम भुड्डा और अंटवा निवासी विजय लाल, लालता, मोहनलाल, प्रमोद, सुशील, वीरेंद्र, गया, गोवर्धन व मदन सहित करीब 24 किसानों तथा ग्राम कपूरपुर व ताजपुर तथा नसिरापुर निवासी अशोक कुमार, महेंद्र कुमार, संजय व चंद्रपाल सहित करीब 36 किसानों का आलू का बीज सढ़कर बर्बाद हो गया है. आलू किसानों ने गुरुवार को उपजिलाधिकारी उदित नारायण सेंगर को शिकायती पत्र सौंप कर कृषि सेवा केंद्र संचालकों तथा ग्रो इंडिगो प्राइवेट लिमिटेड दवा कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है.
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