उन्नावः उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार दोपहर दलित छात्रा का घर के बरामदे में रक्तरंजित नग्न अवस्था में शव पड़ा मिला था. शुक्रवार को तीन डॉक्टरों के पैनल और वीडियो ग्राफी द्वारा पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने मृतका के नाजुक अंग में गंभीर चोट के कारण हुई ब्लीडिंग से मौत की बात सामने आयी थी. वहीं, पोस्टमार्टम में लगी देर पर परिजनों ने नाराजगी जताते हुए हंगामा भी किया. हालांकि पुलिस ने उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया. इसके बाद परिजन शव लेकर घर चले गए थे और आज शनिवार को मृतका का अंतिम संस्कार किया गया.
थाना पुलिस के मुताबिक, उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के ललऊखेड़ा चौकी क्षेत्र के एक गांव में बीएससी द्वितीय वर्ष की अनुसूचित जाति वर्ग की छात्रा का संदिग्ध हालातों में खून से लथपथ अर्द्धनग्न शव मिला था. घटना की जानकारी से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. एसपी समेत भारी पुलिस, डॉग स्क्वायड, फॉरेंसिंक एक्सपर्ट ने गांव पहुंच कर जांच पड़ताल की थी. देर रात मृतका के पिता की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही रहने वाले एक युवक और महिला पर 376 ए का मुकदमा दर्ज करते हुए दोनों को हिरासत में ले लिया था.
शुक्रवार दोपहर तीन डॉक्टरों बालरोग विशेषज्ञ डॉ. अमित श्रीवास्तव, वरिष्ठ सर्जन डॉ. संजय वर्मा व महिला डॉ. अर्चना वर्मा के पैनल ने वीडियोग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम किया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मृतका के नाजुक अंग में इंजरी मिली है, इसी के चलते हुए ब्लीडिंग से उसकी मौत की पुष्टि हुई है. इसके अलावा शरीर पर कोई भी चोट नहीं मिली है. वहीं, पोस्टमार्टम में लग रहे समय के कारण परिजनों ने कई बार हंगामा किया. साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन पोस्टमार्टम हाउस के बाहर सड़क पर जाम लगा दिया था.