उन्नाव: लखनऊ कानपुर नेशनल हाई-वे पर उन्नाव सीमा पर स्थिति जाजमऊ गंगापुर पर सुबह करीब 8:00 बजे उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब उन्नाव जिला प्रशासन ने पैदल और अन्य वाहनों से आ रहे श्रमिकों को कानपुर सीमा से उन्नाव सीमा पर आने से रोक दिया.
वहीं चेन्नई, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से पैदल चलकर आ रहे श्रमिकों ने प्रशासन से आगे बढ़ने की गुहार लगाई. मगर अधिकारी सीएम के आदेश बताकर वापस लौटने की हिदायत देने लगे. वहीं कानपुर से आ रहे है वाहनों को वापस लौटाना शुरु कर दिया. कई दिनों से भूखे-प्यासे रहकर अपनी मंजिल की तरफ आगे बढ़ रहे प्रवासी मजदूरों का सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने इकट्ठा होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया.
सरकार के खिलाफ नारेबाजी व लखनऊ कानपुर हाई-वे जाम होने की खबर से जिले के आला अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई. डीएम रविंद्र कुमार ने अधिकारियों को मौके पर भेजकर श्रमिकों को समझा-बुझाकर शांत कराने के निर्देश दिए. एडिशनल एसपी वीके पांडे व अन्य अधिकारियों ने श्रमिकों को समझाने में जुटे और निजी बसों का इंतजाम कराकर श्रमिकों को उनके जनपद तक छोड़े जाने का आश्वासन दिया.
इसके बाद श्रमिकों का गुस्सा शांत हुआ और बसों के इंतजाम पर अड़ गए. जिला प्रशासन ने आनन-फानन में 10 से अधिक निजी बसों का इंतजाम कर श्रमिकों को उनके गृह जनपद भेजे जाने की व्यवस्था की. इस दौरान 3 घंटे तक लखनऊ कानपुर नेशनल हाई-वे पर जाम बना रहा. श्रमिकों की भीड़ हटने के बाद करीब 11:00 बजे हाई-वे पर वाहन फर्राटा भर सके.
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