उन्नावः जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. अन्य प्रदेशों से आए हजारों लोगों को जिला प्रशासन ने बिना जांच किए ही सड़क पर छोड़ दिया. इस भीड़ में शामिल सैकड़ों परिवार रायबरेली, ऊंचाहार, प्रयागराज समेत अन्य जनपद के भी हैं. वहीं कई लोग साइकिल और बाइक से ही अपने घरों के लिए निकले हुए हैं.
बिना जांच के उन्नाव पहुंचे हजारों लोग, अपडेट के बाद भी नहीं जागा प्रशासन
कोरोना वायरस के चलते देश को लॉकडाउन कर दिया गया है. दिल्ली और हरियाणा राज्य से पैदल और बसों से सफर तय कर हजारों लोग रविवार को उन्नाव की सड़कों पर पहुंच गए. जिससे सड़कों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बाहर से आए इन लोगों की कोई जांच भी नहीं हुई है.
वाहनों में ठूंस-ठूंस कर भेजे गए लोग
भीड़ को उनके गंतव्य तक पहुंचने के लिए पुलिस अपना धर्म निभाती जरूर नजर आई, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच दिल्ली राज्य से आए लोगों की न तो जिला प्रशासन की तरफ से थर्मल स्क्रीनिंग की गई है और न ही सोशल डिस्टेंसिनग का पालन नजर आया. घर पहुंचने की जल्दी में जैसे ही कोई वाहन दिखाई पड़ता बैठने वालों की होड़ लग जाती. वाहनों में लोग ठूंस-ठूंस कर बैठे हुए थे.
पुलिस ने निभाया अपना धर्म
पुलिसकर्मी लोगों को बैठाने में अपना धर्म निभाते नजर आए. वहीं दिल्ली और अन्य राज्यों से लौटे लोगों ने बाताया, कि रास्ते मे कोई जांच नहीं हुई, केवल हांथों पर एक लिक्विड जैसा जरूर पुलिस वालों ने डाला था. कई लोगों ने भोजन-पानी नहीं मिलने की बात भी बताई. ऐसे में सवाल यह उठता है, कि आखिर भीड़ का अपडेट होने के बाद जिला प्रशासन लापरवाही क्यों बरत रहा है. भीड़ की जो तस्वीरें वाहनों में देखने को मिली काफी परेशान करने वाली हैं.