उन्नाव : आज एक चौकाने वाला घटनाक्रम सामने आया जब एक दरोगा को ड्यूटी के दौरान घूस लेते पकड़ लिया गया. इसके बाद उसपर मुकदमा लिखकर उसे जेल भेज दिया गया. दरअसल असोहा थाने में तैनात दरोगा सर्वेश राणा के खिलाफ सर्राफा कारोबारी सोनू ने तहरीर दी थी कि दरोगा सर्वेश राणा ने वाहन चेकिंग के दौरान उनसे जबरन उगाही की और धमकाया. तहरीर को लेकर सीओ पुरवा ने जांच की और प्रथम दृष्ट्या आरोप सही पाए जाने पर आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया.
दरोगा ने चेकिंग के दौरान ली घूस, मुकदमा लिखकर भेजा गया जेल यह भी पढ़ें :अग्नि को साक्षी मानकर सात जन्मों तक जीने-मरने की कसमें खाईं और फिर कर दी पत्नि की हत्या
अक्सर विवादों से घिरी रहने वाली उन्नाव पुलिस ने आज एक नजीर पेश की. अपने ही दरोगा पर उगाही का आरोप लगने पर मामले की जांच के बाद सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया. दरअसल, असोहा थाने में तैनात दरोगा कालू खेड़ा चौराहे पर वाहन चेकिंग कर रहे थे. क्षेत्र के ही सर्राफा करोबारी सोनू से दरोगा ने डरा धमका कर गाड़ी छोड़ने के नाम पर जमकर उगाही की. इसकी शिकायत स्थानीय थाने में लिखित तहरीर देकर पीड़ित सर्राफ़ा कारोबारी ने की थी.
दरोगा ने चेकिंग के दौरान ली घूस, मुकदमा लिखकर भेजा गया जेल तहरीर की जांच सीओ पुरवा ने की जिसमें प्रथम दृष्ट्या पीड़ित के आरोप सही पाए गए. इसके बाद उसी तहरीर पर असोहा थाने में आरोपी दरोगा सर्वेश राणा के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम और धमकाने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. आज न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जिसके बाद न्यायालय ने आरोपी दरोगा को जेल भेज दिया. मामले में एएसपी ने कहा कि पीड़ित की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए आरोपी दरोगा को जेल भेज दिया गया है.
क्या है मामला
पुलिस के मुताबिक, उन्नाव के सोहरामऊ थाना क्षेत्र के सरावा गांव के सोनू सोनी की बिलौरा गांव में जेवर की दुकान है. सोनू ने आरोप लगाया कि शनिवार शाम करीब 7:00 बजे वह दुकान बंद कर घर लौट रहा था कि तभी रानीपुर चौराहा के पास असोहा थाना के दरोगा सर्वेश राणा ने उसे वाहन चेकिंग के नाम पर रोक लिया.
दरोगा ने वाहन की जांच की. उस समय गाड़ी में दुकान के सोने-चांदी के जेवरात मौजूद थे. तब दरोगा ने चोरी के गहने खरीदने की बात कहते हुए सोनू को पकड़ लिया. आरोप है कि असोहा थाने में लाने के बाद दरोगा ने छोड़ने के बदले में 50 हजार रुपये की मांग की. पैसा न देने पर फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी भी दी. रात करीब 12 बजे दोस्त से 20 हजार रुपये मंगा कर सोनू ने दरोगा सर्वेश राणा को दिए. तब दरोगा ने थाने से उन्हें जाने दिया. छोड़ने से पहले तय हुआ कि रविवार सुबह शेष 30 हजार रुपये सोनू देगा. न देने पर उन्हें गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा.
दरोगा की करतूत से डरे सोनू ने पूरे मामले की जानकारी पुरवा विधायक अनिल सिंह को दी. रात करीब 1:00 बजे विधायक अनिल सिंह पीड़ित को लेकर असोहा थाना पहुंच गए. विधायक करीब 2 घंटे तक थाने में मौजूद रहे. विधायक ने मौके से ही एसपी उन्नाव अविनाश चंद्र पांडे को दरोगा के कारनामे की शिकायत की. दरोगा पर गंभीर आरोप लगने पर एसपी ने CO पुरवा को तत्काल थाने पर भेजकर पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की.
पुलिस सूत्रों की मानें तो सीओ की जांच में पाया गया कि दरोगा सर्वेश राणा की करतूत सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई थी. सीओ की जांच रिपोर्ट पर एसपी उन्नाव ने आरोपी दरोगा सर्वेश राणा को तत्काल पुलिस हिरासत में लेने का आदेश दिया.
दरोगा को हिरासत में लेकर पीड़ित की तहरीर के आधार पर पुलिस ने दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गंभीर धारओं में मुकदमा दर्ज किया गया. यहां से रविवार देर शाम जिला न्यायालय एडीजी कोर्ट में पेश किया गया. न्यायालय के आदेश पर आरोपी दरोगा को जेल भेज दिया गया है.