उन्नाव: साल 2018 में शशिकांत नाम के अधिवक्ता की उन्नाव की कचहरी स्थित बार कंपाउंड में हुई हत्या की गुत्थी अभी तक उन्नाव पुलिस नहीं सुलझा पाई है. मामले को हाईकोर्ट ने संज्ञान में लेते हुए उन्नाव पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है. हाईकोर्ट ने मामले की जांच कर जल्द ही हत्या की गुत्थी सुलझाने का निर्देश दिया है. जिसके बाद उन्नाव पुलिस हरकत में आते हुए अधिवक्ता की मौत की गुत्थी सुलझाने में लग गई है, जिसके लिए रविवार को लखनऊ से फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम बुलाकर घटना का रिक्रिएशन कराया गया और मौत की गुत्थी सुलझाने की कोशिश की गई.
अधिवक्ता की हत्या का हुआ रिक्रिएशन. घटना का हुआ रिक्रिएशन
उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित बार कंपाउंड में साल 2018 में एक अधिवक्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. पुलिस ने जांच करते हुए मामले को हत्या न बताते हुए महज एक हादसा बताया था. हत्या के मामले को जब हाईकोर्ट ने संज्ञान में लिया तब उन्नाव पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने रविवार को लखनऊ से चिकित्सा विधि विज्ञान प्रयोगशाला के डॉक्टर जीबी खान को बुलाकर अधिवक्ता की मौत की गुत्थी सुलझाने का प्रयास किया. लखनऊ से आई टीम ने घटनास्थल पर घटना का रिक्रिएशन कर तथ्य जुटाए और परिजनों से भी घटना के बारे में जानकारी की.
उन्नाव के सदर कोतवाली में एक मुकदमा है जिसकी अपराध संख्या 1040/18 धारा 304 के अंतर्गत पंजीकृत है, जिसकी विवेचना के लिए आज हमने लखनऊ से विधि विज्ञान प्रयोगशाला के प्रमुख डॉ. जीबी खान को इस घटना से संबंधित रिक्रिएशन के लिए तथा साक्ष्य संकलन के लिए बुलाया था, जिसमें उन्होंने खुद आकर घटना का रिक्रिएशन किया है. आगे रिजल्ट के आधार पर हम लोग इस मामले की विवेचना को पूर्ण करेंगे.
विक्रांत वीर, पुलिस अधीक्षक