उन्नाव: देश को आयात न करना पड़े यही तो आत्मनिर्भरता है. इसी पर काम कर रहे हैं उन्नाव के विनोद गुप्ता और उनके भाई विनय गुप्ता. उन्नाव के जगत नगर के रहने वाले विनोद गुप्ता विदेशी फल की खेती कर आत्मनिर्भर बनने की कोशिश कर रहे हैं. वह इस खेती में अन्य लोगों को भी आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहे हैं. जिस फल की खेती विनोद गुप्ता कर रहे हैं, वह प्रायः विदेशों में जैस- थाईलैंड, वियतनाम, इजरायल और श्रीलंका में मुख्य रूप से पाया जाता है. इन देशों के लोग इस खेती को करते हैं, इस विदेशी फल का नाम है ड्रैगन फ्रूट्स. यह फल हाई इम्युनिटी बूस्टर है, साथ ही कई अन्य बीमारियों में लाभकारी है.
कहा गया है कि 'कुछ अलग करना है तो जरा भीड़ से हटकर चलो, क्योंकि भीड़ साहस तो देती है लेकिन पहचान छीन लेती है. भीड़ में खड़ा होना मकसद नहीं है मेरा. शौक अपने आप कम हो जायेंगे.' इसी पर काम कर रहे हैं उन्नाव के विनोद गुप्ता और उनके भाई विनय गुप्ता. दोनों भाई मिलकर उन्नाव के जगत नगर में अपने एक एकड़ के खेत में विदेशी फ्रूट (ड्रैगन फ्रूट्स) की खेती कर रहे हैं. इस ड्रैगन फ्रूट्स की खेती इजराइल, वियतनाम, थाईलैंड व श्रीलंका में की जाती है. लेकिन खुद आत्मनिर्भर बनने के लिये कुछ नया करने की जुगत में विनोद गुप्ता और विनय गुप्ता ने यूट्यूब पर कुछ अलग ढूंढने की कोशिश की. जिसमें उन्होंने ड्रैगन फ्रूट्स की खेती के बारे में देखा और रिसर्च किया. इसके बाद उन्होंने अपने खेत में लगभग 7 लाख रुपये खर्च किया. उन्होंने कोलकाता से ड्रैगन फ्रूट का पौधा मंगवाया. खेत में लगभग 6 माह में इन्फ्राट्रक्चर तैयार कर इन पौधों को रोपित किया.
यूट्यूब पर देख आया आईडिया