उन्नाव:उन्नाव में तैनात डीएफओ की घोर अनुशासनहीनता देखने को मिली है. डीएफओ ने डीएम उन्नाव को अपनी रिपोर्टिंग अथॉरिटी ही मानने से इनकार कर दिया है. यही नहीं डीएफओ ने पत्र लिखकर अपने उच्चधिकारियों को इससे अवगत भी कराया है. डीएफओ के चालक द्वारा फर्जी परमिट बनवा कर पेड़ कटवाने(Cutting trees by making fake permits) के मामले में जिला अधिकारी ने उन्नाव के मुख्य विकास अधिकारी को जांच अधिकारी बनाकर जांच आख्या मांगी थी.
जिस पर उन्नाव की डीएफओ ईशा तिवारी भड़क गई.डीएफओ ने पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि मुझसे 4 साल जूनियर जांच अधिकारी को नियुक्त करना न्यायसंगत नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं 2013 बैच की आईएफएस और सीडीओ 2017 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वहीं, डीएफओ का लेटर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वहीं, लेटर वायरल होने के बाद लोग कह रहे हैं कि डीएफओ ईशा तिवारी खुद को डीएम से भी ऊपर मानती हैं.
उन्नाव शहर के आजाद वर्मा ने डीएम को दिए गए शिकायतीपत्र में बताया था कि जिला वन अधिकारी (डीएफओ) ईशा तिवारी के चालक जंगबहादुर यादव ने शीशम के पेड़ को अनाधिकृत रूप से कटवाया. मामले की जानकारी होने पर डीएफओ ने जांच कराई और लकड़ी की तौल करवाकर कार्यालय में रखवाया गया. उसके बाद लकड़ी गायब कर दी गई. डीएम अपूर्वा दुबे ने सीडीओ को जांच सौंप दी. इस पर सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने डीएफओ को पत्र भेजकर वार्ता के लिए समय और स्थान की जानकारी चाही.