उन्नाव: आगरा में हुए दर्दनाक बस हादसे के बाद भले ही सूबे के मुखिया सीएम योगी ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है. इसके बाद भी विभाग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री के आदेशों का कोई खौफ नहीं है. शायद यही वजह है कि यूपी रोडवेज की कंडम हो चुकी बसों को भी आरटीओ विभाग के अधिकारी फिटनेस प्रमाण पत्र दे रहे हैं.
सड़कों पर दौड़ रही खटारा बसें. अधिकारियों की लापरवाही
उन्नाव का आरटीओ विभाग यूं तो अक्सर अपने कारनामों से चर्चा में बना रहता है. कभी फर्जी लाइसेंस के नाम पर तो कभी दलालों को पनाह देने के नाम पर. यहां के अधिकारियों और कर्मचारियों पर सरकार के निर्देशों का कोई असर नहीं है. यही वजह है कि अधिकारी अब मासूमों की जिंदगी भी दांव पर लगाने में पीछे नहीं हट रहे हैं. अधिकारी यूपी रोडवेज की कंडम हो चुकी बसों को भी फिटनेस प्रमाण पत्र बांट रहे हैं.
जिम्मेदारों ने झाड़ा पल्ला
ईटीवी भारत ने जब आरटीओ विभाग के अधिकारियों से यूपी रोडवेज की खस्ताहाल बसों की बात की. इस दौरान अधिकारी कुछ बसों में थोड़ी कमियों की बात करते हुए बाकी बसों को फिट होने का दावा किया. ऐसे में सवाल ये है कि अगर लोगों की जान जोखिम में डालकर ये खस्ताहाल बसें किसी हादसे का शिकार होती हैं तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.