उन्नाव: जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित हाजीपुर चौकी इंचार्ज की मनमानी से और गलत कारगुजारियों से परेशान ग्रामीणों का जिला अधिकारी कार्यालय के बाहर चौकी इंचार्ज के खिलाफ आवाज उठाना महंगा पड़ गया है. उन्नाव की सदर कोतवाली पुलिस ने चौकी इंचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों में 44 नामजद व 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
चौकी इंचार्ज के खिलाफ ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन करना पड़ा महंगा, दर्ज हुआ मुकदमा - accusing outpost in charge of arbitrariness in unnao
उन्नाव की सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित हाजीपुर चौकी इंचार्ज पर ग्रामीणों का उत्पीड़न करने के आरोप लग रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज जबरदस्ती उनको फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देता है. वहीं, जब परेशान ग्रामीणों ने जिला अधिकारी कार्यालय के बाहर चौकी इंचार्ज के खिलाफ आवाज उठाई तो 44 नामजद व 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया है.
आपको बता दें उन्नाव की सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित हाजीपुर चौकी इंचार्ज पर ग्रामीणों का उत्पीड़न करने के आरोप लग रहे हैं. आरोप है कि ग्रामीणों से अनावश्यक धन की वसूली कर रहे हैं और पैसे न देने पर ग्रामीणों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी भी चौकी इंचार्ज दे रहे हैं. परेशान ग्रामीणों ने बीते दिन शनिवार को उन्नाव जिला अधिकारी कार्यालय के बाहर झाड़ी बाबा पड़ाओ के पास चौकी इंचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन किया था, वहीं इस प्रदर्शन में उन्नाव सदर विधानसभा से विधायक पंकज गुप्ता ने ग्रामीणों के बीच जाकर उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया था.
वहीं, चौकी इंचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन करना ग्रामीणों को तो महंगा पड़ गया. चौकी इंचार्ज पर अभी तक उन्नाव पुलिस अधीक्षक ने कोई कार्रवाई नहीं की है. चौकी इंचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन करने आए 44 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ सदर कोतवाली पुलिस ने महामारी अधिनियम की धारा 188/269/279 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है.
यह भी पढ़ें- यूपी चुनावी समर 2022: उन्नाव की सदर विधानसभा, यहां लोधी, कहार और कश्यप लिखते हैं जीत की इबारत
वहीं, सीए योगी का यूपी पुलिस को लेकर दावा किया जाता है कि उत्तर प्रदेश की पुलिस जनता की सेवा के लिए समर्पित है, वहीं उन्नाव की सदर कोतवाली के हाजीपुर चौकी में तैनात एक दरोगा पर हाजीपुर चौकी के अंतर्गत आने वाले ग्रामीणों ने मोर्चा खोल रखा है. ग्रामीणों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज जबरदस्ती उनको फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देता है. ऐसे में सूबे की योगी सरकार के द्वारा जनता की पुलिस को लेकर किया गया दावा उन्नाव में पूरा होता नजर नहीं आ रहा है, हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि उन्नाव पुलिस अधीक्षक इस चौकी इंचार्ज पर क्या कार्रवाई करते हैं?