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वाह रे चौकी इंचार्ज, गैंगरेप की तहरीर बदलकर बनाया छेड़छाड़ का केस

उन्नाव में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने तहरीर बदलवा दी और आरोपियों को बचाने के लिए अपने अनुसार छेड़छाड़ की सामान्य तहरीर लिख दी. वहीं पुलिस का कहना है कि मुकदमा दर्ज करते समय पीड़िता के परिजनों ने सामूहिक दुष्कर्म की बात नहीं कही थी.

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Published : Mar 22, 2021, 8:48 PM IST

पुलिस ने  तहरीर बदलवाने का आरोप को किया खारिज
पुलिस ने तहरीर बदलवाने का आरोप को किया खारिज

उन्नाव: जिले में परियर चौकी इंचार्ज पर सामूहिक दुष्कर्म की तहरीर बदलवाने का गंभीर आरोप लगा है. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने तहरीर बदलवा दी और आरोपियों को बचाने के लिए अपने अनुसार छेड़छाड़ की सामान्य तहरीर लिख दी. पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस पर मामले में लापरवाही और आरोपियों को बचाने का भी गंभीर आरोप लगाया है. घटना के 4 दिन बीतने के बाद भी इंसाफ न मिलता देख सोमवार को पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाने के लिए एसपी के सामने पहुंचा, जिसके बाद एसपी ने पूरे मामले की जांच सीओ सफीपुर को सौंप दी है.

पुलिस ने तहरीर बदलवाने का आरोप को किया खारिज

मामले को दबाने का पुलिस पर आरोप

मामला सफीपुर कोतवाली क्षेत्र का है. परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी 17 मार्च को स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी. करीब 2 किलोमीटर चलने के बाद रास्ते मे छात्रा की साइकिल की चेन उतर गई. साइकिल की चेन चढ़ाने के दौरान ही पीछे से एक आरोपी ने उसे दबोच लिया और खींच कर पास के जंगली इलाके में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद उसने अपने साथियों को भी बुलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया.

आरोपियों ने पूरी घटना का वीडियो बनाया

पीड़ित परिवार ने बताया कि "आरोपियों ने पूरी घटना का वीडियो बनाया है. पीड़िता को यह घटना किसी को बताने पर जान से मारने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी गई. आरोपी पीड़िता को घटना स्थल से कहीं और ले गए और फिर से सामुहिक दुष्कर्म किया. इसके बाद सभी फिर उसे कहीं ले जा रहे थे तभी रास्ते मे पीआरवी 112 की पुलिस मिली. वीडियो वायरल करने की धमकी के कारण पीड़िता ने पुलिस के सामने घटना को सामान्य बताया. "

छात्रा को गांव के बाहर छोड़ कर फरार हो गए आरोपी

पीड़िता के परिजनों ने बताया कि "पुलिस के जाते ही सभी आरोपी छात्रा को गांव के बाहर छोड़कर फरार हो गए, जिसके बाद किसी तरह छात्रा ने घर पहुंच कर परिजनों को आपबीती बताई. घटना से आहत छात्रा ने घर पर कुछ जहरीला पदार्थ खा लिए, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई. हालात बिगड़ने पर उसे पहले सफीपुर में भर्ती करवाया गया, जहां से गंभीर हालत में उसे कानपुर के एक निजी अस्पताल भेज दिया गया. पिछले 4 दिनों से कानपुर के निजी अस्पताल में पीड़िता का इलाज जारी है."

'हरकतों से बाज नहीं आए चौकी इंचार्ज'

परिजनों ने स्थानीय परियर चौकी इंचार्ज वीरेंद्र सिंह यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों ने बताया कि "मामले की जानकारी देने के लिए जब चौकी पर गए तो चौकी इंचार्ज ने तहरीर बदलवा दी और आरोपियों को बचाने के लिए अपने अनुसार छेड़छाड़ की सामान्य तहरीर लिखवा दी. तहरीर बदलने का हमने लगातार विरोध किया, लेकिन चौकी इंचार्ज हरकत से बाज नहीं आए." इंसाफ पाने के लिए पीड़िता के परिजन सोमवार को उन्नाव एसपी आफिस पहुंचे और एसपी आन्नद कुलकर्णी से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी. परिजन लगातार स्थानीय परियर चौकी इंचार्ज वीरेंद्र सिंह यादव पर तहरीर बदलवाने का आरोप लगाते रहे

पुलिस ने दी सफाई

पूरे मामले उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी का कहना है कि "18 मार्च को सफीपुर थाने में लड़की की मां की तहरीर पर धारा 354 के तहत एक मुकदमा दर्ज हुआ है. इसमे सीओ सफीपुर के द्वारा भी विजिट करके इनसे बात की गई है. उस समय पर भी इनके द्वारा इस तरह की कोई बात नहीं बताई गई थी. सोमवार को उनके द्वारा इसमे कुछ नए तथ्य बताए गए हैं और पूर्व में जो तहरीर थी इनकी हस्तलिखित तहरीर के आधार पर ही मुकदमा दर्ज किया गया था. इसमें कोई भी तहरीर पुलिस द्वारा नहीं बदली गई है. अभी लड़की का 164 का बयान नहीं हुआ है. इनके द्वारा जो भी तथ्य बताए गए हैं उनको हम विवेचना में शामिल करेंगे. इसमे जो नामजद आरोपी था लवकुश उसको पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जो कि उसी गांव का रहने वाला है. पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है. तहरीर में कोई परिवर्तन नहीं करवाया गया है."

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