लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में छात्र संघ के कार्यकर्ताओं ने हाथरस, बलरामपुर और कानपुर देहात में होने वाली घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध कर रहे छात्र संघ के कार्यकर्ताओं पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई. इसके बाद छात्र संघ के कार्यकर्ताओं को पुलिस गिरफ्तार कर हसनगंज थाने ले गई.
हाथरस कांड के खिलाफ लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संघ का विरोध प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में महिलाओं के साथ हुई दुष्कर्म का घटनाओं के खिलाफ लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में छात्र संघ के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई.
हाथरस की घटना के बाद से विरोध प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा. सोमवार को राजधानी में छात्र संघ के कार्यकर्ताओं ने विवि परिसर में तिरंगा यात्र निकाली और हाथरस घटना में मौजूदा डीएम के इस्तीफे की मांग की. छात्र संघ के कार्यकर्ताओं कहना था कि उत्तर प्रदेश सरकार क्राइम को कंट्रोल करने में नाकामयाब साबित हो रही है. हाथरस में जिस तरह लड़की की मौत के बाद प्रशासन ने शव को पेट्रोल डाल कर जला दिया गया. लड़की के परिजनों को भी शव देखने नहीं दिया गया. हाथरस के डीएम ने जिस तरह से परिजनों के साथ व्यवहार किया. इसके बाद भी सरकार ने डीएम पर कार्रवाई नहीं की. यह बहुत ही निंदनीय है. कार्यकर्ताओं ने मांग की कि हाथरस के डीएम को बर्खास्त किया जाए और मामले की जांच सीबीआई को दी जाए.
प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना था कि प्रदेश में जिस तरीके से दिन पर दिन घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है, वहीं सरकार भी किसी तरह की कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. इस कारण उत्तर प्रदेश में क्राइम ग्राफ बढ़ता जा रहा है. उनकी मांग है कि योगी सरकार क्राइम पर कंट्रोल नहीं कर पाएगी, उनको इस्तीफा दे देना चाहिए. इन्हीं मांगों को लेकर छात्र संघ द्वारा लखनऊ विवि परिसर में विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. प्रदर्शन में मुख्य रूप से आर्यन मिश्रा, सौरव यदुवंशी, रवि प्रकाश मिश्रा, आशुतोष शेख, माजिद आदि छात्र संघ के कार्यकर्ता मौजूद थे.