कानपुर : रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 को स्वयं सेवकों के माध्यम से कुछ बच्चों के दिल्ली से कानपुर पैदल चलकर आने की सूचना प्राप्त हुई. सूचना मिलते ही रेलवे चाइल्डलाइन की टीम बच्चों के पास पहुंची और उनके परिजनों से मिली. इसके बाद पीड़ितों ने अपना दर्द रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम को बताया.
रेलवे चाइल्ड लाइन ने की खाने-पीने की व्यवस्था
पीड़ितों ने चाइल्ड लाइन के सदस्यों को बताया कि हम 2 दिन से भूखे हैं. दिल्ली से पैदल चलकर कानपुर तक आ गए हैं. अब हमारे पास वापस आगे जाने की ताकत नहीं बची है. बताया कि वह लोग गया, बिहार के रहने वाले हैं. अब उनके पास पैसे भी नहीं बचे हैं. इस पर रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर के समन्वयक गौरव सचान ने बच्चों और उनके परिजनों के खाने पीने की व्यवस्था की.