लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से शनिवार को ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी गई. एक से 15 मई तक विश्वविद्यालय को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. कुलसचिव की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 15 मई तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा. इस अवधि में विश्वविद्यालय से लेकर सभी सहयुक्त महाविद्यालय पूरी तरह बंद रहेंगे. कोई छात्र, शिक्षक, कर्मचारी उपस्थित नहीं होगा. इस अवधि के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रहेंगी.
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इस आदेश के बाद शिक्षकों में नाराजगी
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी इस आदेश को लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी है. शिक्षकों का कहना है कि शासन की ओर से 15 मई तक संस्थानों को पूरी तरह से बंद करने के आदेश दिए गए हैं. उसी के आधार पर यह अवकाश घोषित किया गया है. इसे ग्रीष्मकालीन अवकाश मानना गलत होगा. लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने बताया कि गर्मी की छुट्टियां परिनियम में परिभाषित हैं. यह महाविद्यालयों के लिए 56 दिन और विश्वविद्यालय के लिए 42 दिन है. ऐसे में इसे ग्रीष्मकालीन अवकाश बताना गलत होगा.
यह हैं शासन के आदेश
अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा विभाग मोनिका एस. गर्ग की ओर से शुक्रवार को एक आदेश जारी किया गया था. इसमें कोरोना संक्रमण को देखते हुए 15 मई तक उच्च शिक्षा विभाग के अधीन संचालित सभी उच्च शिक्षा संस्थान (विश्वविद्यालय और सभी महाविद्यालय) पूर्ण रूप से बंद रखने के निर्देश दिए गए थे. निर्देश के तहत संस्थान परिसर में कोई छात्र, शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी उपस्थित नहीं होंगे. इस अवधि में ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रहेंगी.