अलीगढ़ में अनामिका शुक्ला के नाम से एक और शिक्षिका का फर्जीवाड़ा
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में अनामिका शुक्ला के नाम से एक और शिक्षिका का फर्जीवाड़ा सामने आया है. दरअसल, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय विजयगढ़ में दस्तावेज सत्यापन के दौरान ये फर्जीवाड़ा सामने आया है.
अलीगढ़:जिले में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय विजयगढ़ में एक फर्जी शिक्षक का मामला सामने आया है. बीएसए ने फर्जी शिक्षिका का अनुबंध खत्मकर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिया है. कस्तूरबा विद्यालय के 166 कर्मियों के अभिलेख का सत्यापन करने पर फर्जीवाड़ा पकड़ा गया. अनुपस्थित संध्या द्विवेदी के अभिलेखों फर्जी पाये गए. आवेदन में शिक्षिका का पता तथाकथित अनामिका शुक्ला के पते के सामान पाया गया. आधार कार्ड और वोटर कार्ड फर्जी निकला. बीएसए ने एफआईआर दर्ज करने और भुगतान किए गए मानदेय की वसूली के आदेश दिए हैं.
अनामिका शुक्ला के नाम से कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नौकरी के नाम पर एक और फर्जीवाड़ा पकड़ा गया. दरअसल कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कार्यरत स्टाफ की नियुक्ति, मूल आधार कार्ड और शैक्षिक अभिलेखों के साथ निवास प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी.
इस दौरान कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय विजयगढ़ में कार्यरत पूर्णकालिक शिक्षिका संध्या द्विवेदी सत्यापन के समय समिति के समक्ष उपस्थित नहीं हुई. समिति ने उन्हें अभिलेख प्रस्तुत करने का समय भी दिया था, लेकिन उनके मोबाइल नंबर स्विच ऑफ जा रहा था. इसके साथ ही उनका आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र फर्जी पाए गए. वहीं उनके बैंक अकाउंट का खाता संख्या भी उनके आवेदन पत्र से अलग था. संध्या द्विवेदी के आवेदन के अनुसार उनका पत्र व्यवहार का पता अनामिका शुक्ला के पते से मिलता पाया गया.
इससे पहले भी अलीगढ़ में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय बिजौली में बबली यादव का चयन फर्जी तरीके से पाया गया. हालांकि बबली यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की गिरफ्तारी में बबली यादव ने कई अन्य फर्जी नियुक्तियां होने की बात स्वीकारी थी. अलीगढ़ बीएसए लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि बबली यादव की तरह संध्या द्विवेदी का चयन कूटरचित व फर्जी तरीके से पाया गया, जो विधि विरुद्ध है. उन्होंने बताया कि धोखे से नौकरी प्राप्त करने और नियुक्ति पाने का उल्लंघन करने के आरोप में संध्या द्विवेदी का अनुबंध समाप्त करते हुए इनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. इन्हें मिला मानदेय भुगतान की वसूली के लिए पत्र आदेश पारित किया गया है.