सुलतानपुर: लॉकडाउन से बड़े पैमाने पर श्रमिक अपने घरों की ओर पलायन कर गए हैं. लखनऊ से बलिया के बीच तैयार होने वाला पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की शुरुआत तो कर दी गई है, लेकिन श्रमिकों के टोटे से इंजीनियरों के माथे पर चिंता का पसीना टपक रहा है. योगी सरकार का फरमान है कि एक्सप्रेस-वे निर्माण की रफ्तार बढ़ाई जाए, लेकिन बिना कामगार यह संभव नहीं है.
सुलतानपुर: श्रमिकों के पलायन से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की रफ्तार पड़ी धीमी - work of purvanchal expressway has slowed
लॉकडाउन के बीच राजधानी लखनऊ से बलिया के बीच तैयार होने वाला पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की शुरुआत तो कर दी गई है, लेकिन कामगारों के अभाव में एक्सप्रेस-वे का निर्माण धीमा पड़ गया है.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का एक बड़ा क्षेत्र सुलतानपुर जिले के रास्ते गुजर रहा है, जो बल्दीराय, सदर और जयसिंहपुर तहसील के रास्ते बलिया की ओर बढ़ रहा है. पहले लॉकडाउन के बाद भोजन और राशन की समस्या से मजदूर बड़े पैमाने पर पलायन को मजबूर हुए थे. मजदूर झारखंड, बिहार और उड़ीसा की तरफ बड़ी संख्या में अपने घरों की ओर लौट गए. जिसकी वजह से 20 अप्रैल से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को दोबारा शुरू तो कर दिया गया है, लेकिन रफ्तार है कि बढ़ने का नाम नहीं ले रही है. निर्माण कार्य श्रमिकों के सहारे और शक्ति पर ही होता है, लेकिन जब श्रमिक ही नहीं आ रहे हैं तो ऐसे में इंजीनियरों के माथे पर चिंता का पसीना लाजमी है.
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बहुत सारे मजदूर बंदी के दौरान अपने घरों की ओर चले गए हैं. इससे समस्या का समाधान नहीं हो रहा है, जो कुछ बचे हैं. उन्हीं के सहारे निर्माण कार्य शुरू कराया गया है. शासन के निर्देश पर सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए कार्य कराया जा रहा है. जैसे-जैसे मजदूर बढ़ेंगे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की रफ्तार बढ़ाई जाएगी.