सुलतानपुर : दहलीज के भीतर रहकर घर को सजाने- संवारने और चलाने वाली महिलाएं अब जिला पंचायत में अपना किरदार निभाने को बेताब हैं. राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ रही महिलाओं से प्रेरित इन गृहिणियों ने जिला पंचायत में अपनी प्रतिभा दिखाने का मन बना लिया है. महिलाएं काफी उत्साहित नजर आ रही हैं.
जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव पूरा हो चुका है. मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब सभी की निगाहें मतगणना पर टिकी हुई हैं. कोई बेटी है तो कोई किसी परिवार की बहू. महिलाओं में कोई ससुराल से तो कोई मायके से चुनावी ताल ठोंक रही हैं.
दहलीज पार कर बाहर आइए मैदान में
जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी मनीषा पांडे ने कहा कि मैं भी किसी के घर की बेटी हूं. किसी की बहू हूं. आप भी घर की दहलीज पार कर बाहर आइए. मैं भी अपनी ससुराल से चुनाव लड़ रही हूं. जब तक आप मैदान में नहीं आएंगी, तब तक महिला सशक्तिकरण का प्रयास सफल नहीं हो पाएगा. बेटियों से हमारा आह्वान है कि खूब पढ़िए खूब आगे बढ़िए. बंधन और कोई नहीं, हमारे समाज के ही लोग हैं.