सुलतानपुरः कोविड की मार के बाद एक बार फिर ऑटोमोबाइल बाजार गुलजार हो गया है. 7.5 करोड़ रुपये के राजस्व घाटे का सामना कर चुके जिला परिवहन विभाग को ग्राहकों की कतार से उम्मीद है. आसान रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस का प्रचार किया जा रहा है. डीलर और तैनात कर्मचारियों के चेहरे पर भी चमक लौट आई है.
आटो सेक्टर में घाटे के साथ तेजी. कोरोना ने लगाया साढे़ सात करोड़ रुपये का चूना
सत्र 2019 के आंकड़ों पर नजर डालें तो 19,201 वाहनों का पंजीयन परिवहन विभाग में हुआ था. कोरोना काल 2020 में यह आंकड़ा 7869 पर ठहर गया. इस तरह से 11,332 वाहन कम बेचे गए. राजस्व क्षति पर नजर डालें तो साढे़ सात करोड़ रुपये का बड़ा घाटा परिवहन विभाग को हुआ है.
कार कारोबार में सवा करोड़ का झटका
सत्र 2019-20 के तुलनात्मक आंकड़े पर नजर डालें तो कार कारोबार में 5% की गिरावट दर्ज की गई है. 960 भारी वाहन 2019 में विभिन्न डीलर और कंपनियों के जरिए बेचे गए थे. 2020 के आंकड़े देखें तो भारी वाहनों के रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 362 पर रुक गया. ऐसे में सवा करोड़ की आर्थिक क्षति परिवहन विभाग को हुई है.
वैध लाइसेंस पर ही चलाएं गाड़ी
संभागीय परिवहन विभाग की आरटीओ प्रशासन माला बाजपेई ने कहा कि जनपदवासी वैध ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त किए बिना वाहन न चलाएं. वैध लाइसेंस पर ही गाड़ी ड्राइव करें. ऐसा न करने पर ढाई हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है. नाबालिग बच्चों को वाहन चलाते हुए मिलने पर उनके अभिभावक यानी माता-पिता पर कार्रवाई की जाएगी.
बिक्री में सुधार के आसार
हीरो कंपनी के दुपहिया वाहन एजेंसी के डीलर दीपक जैन कहते हैं कि कोरोना ने मार्केट सेंटीमेंट्स खराब कर दिए हैं. इस बार दीपावली और धनतेरस पर लग रहा है कि 2019 के बाद की गिरावट में कुछ सुधार आएगा. तुलनात्मक तस्वीर देखें तो 20 से 25% की गिरावट दर्ज की गई है.
ड्राइविंग लाइसेंस का बढ़ा आंकड़ा
2019 के आंकड़ों पर गौर करें तो करीब डेढ़ लाख लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त किए थे. वर्ष 2020 में यह आंकड़ा ढाई लाख पर पहुंच चुका है. यही नहीं, बड़े पैमाने पर नागरिक जागरूक हो रहे हैं. ड्राइविंग लाइसेंस लेकर ही वाहन चला रहे हैं. हालांकि ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी बड़ी संख्या में लोग बिना लाइसेंस के वाहन चला रहे हैं और हादसों को आमंत्रण दे रहे हैं.