सुलतानपुर: जिले में एक कच्ची दीवार भरभरा कर गिर गयी. इसकी वजह से वहां बैठी नानी और उनके नाती की मलबे के नीचे दबने के कारण दम घुटने से मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलने पर पूरे गांव के लोग मौके पर पहुंच गए. किसी ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस के साथ राजस्व विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. जिलाधिकारी ने नुकसान का आंकलन करके मुआवजा देने के निर्देश दिए.
मामला सुलतानपुर जिले के लंभुआ कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत घाटमपुर गांव का है. यहां चंपा देवी पत्नी छोटे लाल विश्वकर्मा, जिनकी उम्र लगभग 65 वर्ष बताया जा रही है, अपने छह साल के नाती अंशुमान विश्वकर्मा पुत्र रमेश विश्वकर्मा को खिला रही थीं. इसी बीच अचानक कच्ची दीवार गिरने से दोनों मलबे के नीचे दब गए. दीवार गिरने की आवाज सुनकर लोग मदद के लिए दौड़े.
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ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के चलते आधे घंटे बाद मिट्टी हटाई जा सकी. इस दौरान दोनों की मौत हो चुकी थी. एसडीएम वंदना पांडे के आदेश पर क्षति का आंकलन करने के लिए राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची. एसडीम वंदना पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से परिवार को क्षति दिलाने का प्रयास किया जा रहा है.
मौके पर पहुंचे लंभुआ थानाध्यक्ष सुनील कुमार पांडे ने कहा कि नानी और नाती दोनों दीवार के मलबे में दब गए थे. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए. ग्रामीणों को समझा-बुझाकर उनके घर भेज दिया गया. प्रशासन की ओर से क्षति का मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश के कारण दीवार कमजोर हो गयी थी. पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने घटना स्थल पर जाकर रिपोर्ट तैयार की. अब देखना होगा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा कब मिल पाता है.