सुलतानपुर: यूपीडा के जरिए तमिलनाडु की जीआईआरएल कंपनी सुलतानपुर में ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने जा रही है. 25 लाख रुपये से स्थापित होने वाले प्लांट से कोविड-19 के संक्रमित रोगों के इलाज में बड़ी सहूलियत मिलेगी. इस तरह से ऑक्सीजन की किल्लत जनपद में खत्म हो जाएगी. जिलाधिकारी रवीश गुप्ता की पहल पर यह कवायद शुरू की जा रही है.
खत्म होगी ऑक्सीजन की किल्लत. 91 के पार हुआ मौत का आंकड़ा
सुलतानपुर में दिन-प्रतिदिन कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है. शुक्रवार तक कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 8,333 पहुंच चुका है. मरीजों के मौत का सरकारी आंकड़ा मानें तो शनिवार को कोरोना से मरने वालों की संख्या 91 के पार हो चुकी है. इस समय जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. ऑक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने की कवायद शुरू की है.
तमिलनाडु की कंपनी कर रही काम
यूपीडा के जरिए तमिलनाडु की जीआईआरएल कंपनी जनपद में ऑक्सीजन प्लांट लगाएगी. प्लांट लगाने के लिए यूपीडा की इकाई के अधिकारी तैयार हो गए हैं. जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने कहा कि इससे यहां की निर्भरता बाहरी जनपदों पर कम हो जाएगी. जिन मरीजों को 2 लीटर क्षमता की जरूरत है तो उन्हें 10 लीटर क्षमता की ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई की जा रही है. ऐसे में ज्यादा ऑक्सीजन बर्बाद हो रहा है. वहीं उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे चिकित्सा अधिकारियों से सभ्यता से पेश आएं. डॉक्टरों का सहयोग करें, जिससे इस महामारी पर नियंत्रण पाया जा सके.
इसे भी पढ़ें :देवा रोड स्थित प्लांट के बाहर ऑक्सीजन के लिए लगी लंबी कतार
जिला मुख्यालय से सटे कमला नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान में 100 बेड का L2 हॉस्पिटल बनाया गया है. वहीं लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रामा सेंटर संचालित है, जो 50 बेड का है. यहां पर इन दिनों अमेठी और अंबेडकरनगर से ऑक्सीजन मंगवाई जा रही है. बीते दिनों ऑक्सीजन की कालाबाजारी में 5 लोगों के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. ऐसे में ऑक्सीजन की किल्लत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.