सुलतानपुर: खेल विभाग के अफसरों की संवेदनहीनता ने कई खिलाड़ियों की जान जोखिम में डाल दी है. जर्जर हालत के चलते जो भवन बेकार हो चुका है, उसी में खिलाड़ी प्रैक्टिस करने को मजबूर हैं. यह मामला जिले के पंत स्पोर्ट्स स्टेडियम से जुड़ा है. जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह भवन गिरवाए और नए भवन का निर्माण कराए.
सुलतानपुर: जान जोखिम में डाल स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रहे खिलाड़ी
सुलतानपुर शहर के पंत स्पोर्ट्स स्टेडियम के बीच में एक व्यायाम शाला है. यहां बीते कई सालों में खिलाड़ियों ने प्रैक्टिस कर जिले का नाम रोशन किया. 2 साल पहले ही इस भवन को निश प्रयोजन घोषित किया जा चुका है. यहां के दरवाजे खिड़कियों को निकाल लिया गया है. मरम्मत कार्य बंद करा दिया गया है, लेकिन खिलाड़ी अभी भी यहीं प्रैक्टिस कर रहे हैं.
सुलतानपुर शहर के पंत स्पोर्ट्स स्टेडियम के बीच में एक व्यायामशाला है. यहां बीते कई सालों में खिलाड़ियों ने प्रैक्टिस कर जिले का नाम रोशन किया. 2 साल पहले ही इस भवन को निश प्रयोजन घोषित किया जा चुका है. यहां के दरवाजे खिड़कियों को निकाल लिया गया है. मरम्मत कार्य बंद करा दिया गया है, लेकिन खिलाड़ी अभी भी यहीं प्रैक्टिस कर रहे हैं. ऐसे में अगर इस जर्जर भवन का कोई हिस्सा गिरा तो खिलाड़ियों के जीवन के प्रति कौन जिम्मेदार होगा. इसे लेकर खेल अफसर जवाब देने को तैयार नहीं हैं. प्रशासन भी बचाव की मुद्रा में है.
व्यायामशाला के अलावा कोई भी ऐसा स्थान नहीं है, जहां खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सकें. नए भवन में अधिकारियों का कब्जा है. ऐसे में मजबूरी में खिलाड़ी अपने आप को उभारने और अपनी प्रतिभा निखारने के लिए इस जर्जर भवन का इस्तेमाल कर रहे हैं. महिला खिलाड़ी भी खेल प्रतियोगिता से पूर्व इसी भवन का उपयोग करती हैं.