सुल्तानपुर में मीडिया के सवालों के जवाब देतीं सांसद मेनका गांधी. सुल्तानपुर : भाजपा सांसद एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री मेनका गांधी ने सपा नेताओं की ओर से रामचरितमानस पर की गई टिप्पणियों को गंभीरता से लिया है. इसको लेकर उन्होंने सभी विधायकों, सांसदों और जनप्रतिनिधियों को नसीहत भी दी है. कहा है कि हम एमएलए और एमपी को जातिगत राजनीति नहीं करनी चाहिए. मैं इसके सख्त खिलाफ हूं कि कोई एक जाति उठाई जाए और दूसरी जाति गिराई जाए. लेकिन, हिंदुस्तान में बहुत से लोग ऐसा करते हैं.
सांसद मेनका संजय गांधी ने सुल्तानपुर में अपने तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन कादीपुर और करौंदी कला विकासखंड क्षेत्र में दौरा किया. जहां पर उन्होंने चौपाल लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं और उसके निदान के लिए अफसरों को दिशा निर्देश दिए. मीडिया से वार्ता में सांसद ने कहा कि देखिए मैं नहीं सोचती हूं कि किसी भी विधायक और सांसद को जाति पर राजनीति करनी चाहिए. मैंने कभी जातिगत राजनीति नहीं की है. मैं तो सबके लिए काम करती हूं. लेकिन, राजनीति में लोग जाति का इस्तेमाल कर रहे हैं. मैं इसके सख्त खिलाफ हूं, लेकिन हिंदुस्तान में यह सब हो रहा है. अप्रैल के बाद नए वित्तीय सत्र में 34000 प्रधानमंत्री आवास मिलने की बात सामने आ रही है. अभी तक 11000 आवास विभिन्न जाति धर्म के लोगों को दिए गए हैं.
सांसद ने कहा कि पूर्वांचल की तरफ से मुख्यमंत्री ने आमंत्रित किया था, जिसमें मैं और सुल्तानपुर जिले के चार विधायक उनसे मिलने गए थे. मुख्य दो मांग रखी गई हैं, जिसमें से किसान सहकारी चीनी मिल रही. जिसका वादा भी चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था. बिरसिंहपुर अस्पताल के लिए मैं 5 करोड़ का ऑक्सीजन प्लांट लेकर आई थी. यह हॉस्पिटल करोड़ों रुपए की लागत से तैयार किया गया है. मुख्यमंत्री से मांग के आधार पर 11 चिकित्सक भेजने का आश्वासन मिला है. नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
सुल्तानपुर दौरे पर आईं सांसद मेनका गांधी ने मोतिगरपुर में 55 लाख रुपए से निर्मित नाले का लोकार्पण किया गया. जहां पर मेनका गांधी ने पारस पट्टी, पड़ेला, सरैया, शुकुल बाजार समेत अन्य स्थानों पर भ्रमण करते हुए लोगों का दुख दर्द जाना. 3466 लोगों को प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत पत्र का वितरण सांसद मेनका गांधी की तरफ से किया गया है. इस दौरान बड़ी संख्या में महिला और पुरुष मेनका गांधी से मिलने के लिए आए. मेनका गांधी ने बताया कि ₹25 करोड़ की धनराशि आ गई है. अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी पूरी की जाएगी और कार्यक्रम को लक्ष्य तक पहुंचाया जाएगा.
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