सुलतानपुर: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद पुलिस अधीक्षक ने युवती हत्याकांड की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है. साथ ही उसके पत्रकार पिता को फंसाए जाने के लग रहे आरोप पर पूरे मामले की पुन: विवेचना करने का निर्देश दिया है. यह निर्णय जिले के बल्दीराय थाना क्षेत्र में युवती के हाथ पैर बांधकर आग के हवाले किए जाने और युवती की मौत के मामले में लिया गया है. एसपी के निर्णय से परिजनों में न्याय की उम्मीद जगी है.
जिले के बल्दीराय थाना क्षेत्र के एक गांव में एक युवती का 22 सितंबर को हाथ-पैर बांधकर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी गई थी. वृद्ध की हत्या के मामले में युवती के पिता पत्रकार प्रदीप सिंह को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. युवती की मौत के बाद पैरोल पर प्रदीप सिंह की रिहाई हुई और अंतिम संस्कार किया गया. परिजनों और पत्रकारों की मांग पर पुलिस अधीक्षक शिव हरी मीणा ने पूर्व में जमीन विवाद में हुई रंजिश के मुकदमे में पुन: विवेचना के आदेश दिए हैं. इसमें बल्दीराय थाना क्षेत्र की पुलिस ने जांच कर चार्जशीट न्यायालय भेज दी थी.