सुलतानपुर: किसान सहकारी चीनी मिल की जर्जर दशा के साथ ही हैरान-परेशान गन्ना किसानों की व्यथा को दूर करने के लिए सुल्तानपुर सांसद मेनका गांधी ने कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से टिशू प्लांट मांगा. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही सुल्तानपुर जिले से सटे कुड़वार ब्लाक में कृषि विज्ञान केंद्र का शुभारंभ करने पहुंचे थे. सांसद ने कहा जिले में कोल्ड स्टोरेज, सुगर मिल के साथ ही टिशू प्लांट की शुरुआत होने से परेशान किसानों की दशा में सुधार होगा.
मेनका गांधी की कृषि मंत्री से मांग, कहा-किसानों को दें कोल्ड स्टोरेज, सुगर मिल और बांस का टिशू प्लांट
सुलतानपुर के कुड़वार ब्लाक में पंहुचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने यहां कृषि विज्ञान केंद्र का शुभारंभ किया. इस शुभारंभ कार्यक्रम में सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी भी मौजूद रहीं. उन्होंने हैरान-परेशान गन्ना किसानों की व्यथा को दूर करने के लिए कृषि मंत्री से कोल्ड स्टोरेज, सुगर मिल का सुचारु रूप से क्रियान्वयन हो साथ ही टिशू प्लांट की मांग की.
पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुल्तानपुर सांसद मेनका गांधी ने कहा कि जिले के किसान बड़े पैमाने पर गन्ने की बुवाई करते हैं, मगर किसान सहकारी चीनी मिल की जर्जर दशा से उन्हें प्रभावित होना पड़ता है. किसानों को कभी अंबेडकरनगर तो कभी मसौधा चीनी मिल भेजा जाता है. यही नहीं चीनी मिल के कर्मचारी भी कई माह से वेतन के लिए परेशान है. उन्होंने कहा कि ऐसे में अब किसान गन्ने की खेती के बजाय बांस की खेती को तरजीह दें. इस खेती से करोड़पति व्यापारी उनकी उपज को खरीदेंगे. मेनका गांधी ने कहा कि मैं आए हुए कृषि मंत्री से टिशू कल्चर बांस मांगती हूं जिसकी अगरबत्ती और कागज के व्यापार में इसकी बड़ी खपत होती है. उन्होंने कहा कि किसानों का जीवन खुशहाल हो और वह उन्नतशील किसानों की श्रेणी में शुमार हो इसलिए आप हमें आलू के बीज दें, क्योंकि आलू ज्यादा महंगा हो गया है. साथ ही किसानों की खुशहाली के लिए ऐसे में मैं कृषि मंत्री से कोल्ड स्टोरेज की सौगात मांगती हूं.
मेनका गांधी के साथ विज्ञान केंद्र का शुभारंभ करने पहुंचे कृषि मंत्री ने भी सुल्तानपुर के किसानों के लिए खुशहाली लाने का संदेश दिया. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं के साथ कृषि मंत्री का स्वागत किया. इस कृषि विज्ञान केंद्र में बड़े पैमाने पर पौधों से संबंधित अनुसंधान किए जाएंगे और किसानों को उन्नतशील पौधे और बीज मुहैया कराए जाएंगे.