सुलतानपुर: प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान को उनके ही पार्टी के चेयरमैन ठेंगा दिखा रहे हैं. 50 लाख खर्च कर नगर पालिका परिषद में बनाया गया सेफ्टी टैंक सफाई मशीन जरूरतमंदों को मुंह चिढ़ा रहा है. वहीं सका फायदा निजी संचालक उठा रहे हैं. 4 से 5 गुना अधिक पैसा वसूला जा रहा है.
यह है नगरपालिका से टैंक लेने की व्यवस्था
नगर पालिका में बाकायदा सेफ्टी टैंक सफाई मशीन लेने के लिए पटल बनाया गया है. जहां पर 12 सौ रुपये देने के बाद संबंधित नागरिकों पर्ची दी जाती है और मशीन नगरपालिका से जाती है. सफाई कर कचरा राजमार्गों के किनारे या खुले क्षेत्र में फेंक दिया जाता है.
पूर्व में हुई व्यवस्था का उड़ रहा मखौल
सभासद राजदेव बताते हैं कि नगर पालिका प्रशासन का 3 साल बीत चुका है. स्वच्छता अभियान व सफाई को लेकर न तो कभी बैठक बुलाई गई न ही मीटिंग. मुकम्मल व्यवस्था बेहतर नहीं की गई है. पूर्व में नगर पालिका चेयरमैन की तरफ से जो व्यवस्था दी गई थी. उसका अनुपालन नहीं हो रहा है. लोगों को सेफ्टी टैंक सफाई के लिए मशीन नहीं मिल पा रही है.
30 हजार परिवारों के लिए नहीं कोई व्यवस्था
सुलतानपुर नगर पालिका क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 83 हजार है. जिसमें पुरुष और महिलाएं शामिल है. लगभग 30,000 से अधिक परिवार हैं. जिनके अपने सेफ्टी टैंक हैं, लेकिन सफाई व्यवस्था के लिए कोई मुकम्मल इंतजाम नहीं है.