सुलतानपुर:आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने राम मंदिर भूमि पूजन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को न बुलाए जाने पर बीजेपी पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि पूजन के पश्चात दलित को पहला प्रसाद देना बीजेपी की ड्रामेबाजी है.
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दिया बयान. 'दलित को पहला प्रसाद देना ड्रामेबाजी'
जिले में आगमन के दौरान आम आदमी पार्टी के नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के दौरान पहला प्रसाद दलित को दिए जाने को बीजेपी का प्रोपेगेंडा करार दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी का यह झूठा दलित प्रेम है. जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, वहां सर्वाधिक दलित उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं.
'प्रधानमंत्री आ सकते हैं तो राष्ट्रपति क्यों नहीं'
राष्ट्रपति का जब चुनाव होता है तो योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के बड़े नेता घूम-घूम कर कहते हैं कि एक दलित को हमने राष्ट्रपति बनाया. जब अयोध्या में भूमि पूजन होता है तो इस प्रकरण पर सारे नेता चुप रहते हैं और राष्ट्रपति को इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाता है. जब भूमि पूजन में प्रधानमंत्री आ सकते हैं तो देश के राष्ट्रपति क्यों नहीं? केशव प्रसाद मौर्य क्यों नहीं आ सकते हैं?
'बीजेपी सरकार में दलितों का हुआ है उत्पीड़न'
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि आपके मन में चोर था, अपराध था, गलती की थी आपने, तभी पूजन पूरा होते ही सबसे पहला प्रसाद दलित को खिलाया. 2018 का आंकड़ा उठाकर देख लीजिए तो भारतीय जनता पार्टी की जहां-जहां सत्ता है, वहां दलितों के साथ हिंसा और अपराध के मामले बहुत तेजी के साथ बढ़े हैं. उमा भारती यह कह रही हैं कि भाजपा अपने आप को गलत समझ रही है. उमा भारती ने कहा कि भगवान राम किसी की बपौती नहीं हैं. कल्याण सिंह और उमा भारती जैसे नेताओं को भी भूमि पूजन में नहीं बुलाया जाता है.