सुल्तानपुरःसांसद मेनका गांधी (MP Maneka Gandhi) के अस्थाई निवास शास्त्री नगर मोहल्ले में डेंगू (Dengue in Shastri Nagar locality) का खौफ सामने देखने को मिला है. बीमारी की चपेट में आने अपने को खोने के गम से इस मोहल्ले के लोगों ने दिवाली नहीं मनाई. मोहल्लेवासियों ने नगर पालिका प्रशासन और जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. जानकारी के अनुसार यहां कई घरों में तीन से चार व्यक्ति डेंगू की चपेट में हैं.
सांसद मेनका गांधी के क्षेत्र में डेंगू का कहर, लोगों ने नहीं मनाई दिवाली - Diwali in Shastri Nagar
सांसद मेनका गांधी (MP Maneka Gandhi) के अस्थाई निवास शास्त्री नगर मोहल्ले में डेंगू के खौफ से लोगों ने दिवाली मनाने से इनकार कर दिया है. अब तक डेंगू से 2 लोगों की मौत हो चुकी है.
![सांसद मेनका गांधी के क्षेत्र में डेंगू का कहर, लोगों ने नहीं मनाई दिवाली सांसद मेनका गांधी क्षेत्र में डेंगू का कहर पर स्थानीय लोगों ने कही ये बातें..](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-16736029-thumbnail-3x2-img-.jpg)
जनपद के नगर पालिका क्षेत्र में कुल 25 वार्ड हैं. जिसमें से शास्त्री नगर मोहल्ला सर्वाधिक डेंगू की चपेट में है. सांसद मेनका गांधी जब भी दिल्ली से सुलतानपुर आती हैं. वह इसी मोहल्ले में तीन से चार दिन का रात्रि निवास करती हैं. वहीं, नगर पालिका के चेयरमैन (Chairman of Municipality Sultanpur) बबीता जायसवाल का स्थाई निवास भी इसी मोहल्ले में है. डेंगू इस समय नगर पालिका क्षेत्र के इसी वार्ड में सर्वाधिक पांव पसारे हुए है. इसकी वजह से एक घर में दो से तीन के केस पॉजिटिव बताए जा रहे हैं. इसकी वजह से स्थानीय नागरिकों में अव्यवस्था को लेकर गुस्सा देखा जा रहा. नगर पालिका प्रशासन द्वारा फागिंग नहीं किए जाने को लेकर नागरिक आक्रोशित हैं. सुरक्षा व्यवस्था और बीते सप्ताह डेंगू से हुई 2 मौत के मद्देनजर दिवाली पर त्यौहार यहां फीका पड़ गया है. यहां के नागरिकों ने दिवाली नहीं मनाने का फैसला किया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका क्षेत्र में एक भी दिन फॉगिंग नहीं की गई है, जिसकी वजह से यहां डेंगू पांव पसार रहा है. चेयरमैन नाकारा है, जिसकी वजह से लोगों काफी दिक्कत हो रही है. नगर पालिका प्रशासन अधिशासी अधिकारी ने श्यामेंद्र मोहन चौधरी बताया कि नगर पालिका के कर्मचारियों को फागिंग नियमित करने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे डेंगू के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सके.
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