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मुजीब अहमद की एंट्री से सुलतानपुर के सपा नेताओं में खलबली, जानें कारण....

यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखें ऐलान के बाद से ही सुलतानपुर का सियासी पारा गर्मा गया है. वहीं, बहुजन समाज पार्टी से 5 साल बाद घर वापसी किए नेता मुजीब अहमद को सपा जिलाध्यक्ष की तरफ से दिए गए इसौली विधानसभा के स्मृति चिन्ह ने सपा खेमे में खलबली पैदा कर दी है.

मुजीब अहमद.
मुजीब अहमद.

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Published : Jan 11, 2022, 10:21 AM IST

सुलतानपुर:बहुजन समाज पार्टी से 5 साल बाद घर वापसी किए नेता मुजीब अहमद को सपा जिलाध्यक्ष पृथ्वीपाल की तरफ से दिए गए इसौली विधानसभा के स्मृति चिन्ह ने सपा खेमे में खलबली मचा दी है. वहीं, लंबे समय से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे सपा नेताओं में क्रोध की लहर है.

सुलतानपुर में पूर्व बसपा प्रत्याशी मुजीब अहमद सपा में शामिल होने के बाद पहली बार पहुंचे. बता दें, जिले में समाजवादी पार्टी यूपी की सत्ता हथियाने के लिए आतुर है, लेकिन जिस तरह उसमें बगावत है उससे उनका यह सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है. इसकी बानगी सुलतानपुर में आज तब देखने को मिली जब सपा नेता मुजीब अहमद को जिलाध्यक्ष पृथ्वीपाल ने सपा का सिंबल लगा एक स्मृति चिंह भेंट किया. जिसमें मुजीब अहमद 187 विधानसभा इसौली लिखा हुआ था. इसके जरिए साफ संकेत हैं कि वो वहां से दावेदारी दिखा रहे. हालांकि मुजीब हाल में ही बसपा छोड़ सपा में आए हैं.

जानकारी देते मुजीब अहमद.

दरअसल, इसौली सीट से पूर्व सांसद ताहिर खां प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. उन्होंने क्षेत्र में खासा समय दिया है और जनता में उनकी पकड़ भी मजबूत हैं. ठीक इसी समय मुजीब की इंट्री और इसौली का उनके द्वारा जिक्र बड़ी बगावत का संकेत दे गई है. उधर मीडिया से बात करते हुए मुजीब अहमद ने कहा कि अखिलेश यादव ने जब आदेश दिया तो हम आ गए. हम सपाई बनकर आए हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जहां ड्यूटी लगा देंगे, हम उसका पालन करेंगे. बसपा छोड़ने पर उन्होंने कहा कि सपा के काम से प्रभावित होकर सपा ज्वाइन की. हम काम करने आए हैं बीजेपी की तरह लोगों को झांसा देने नहीं आए हैं.

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