उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

सुलतानपुर: मासूमों को कैंसर और कुपोषण से मुक्ति दिलाएगा 'माध्यम' - कैंसर और कुपोषण से मुक्ति

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में कुपोषण और कैंसर से लड़ने के लिए 14 नवंबर को जिले के केनआई परिसर में सार फाउंडेशन और लायंस क्लब के संयुक्त तत्वाधान में 'माध्यम' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. साथ ही कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी की किताब 'नमो शासक' का भी विमोचन किया जाएगा.

कुपोषण और कैंसर से लड़ने के लिए 'माध्यम' कार्यक्रम का आयोजन.

By

Published : Nov 7, 2019, 8:05 AM IST

सुलतानपुर:देश में आर्थिक तंगी से जूझ रहे कुछ परिवार जब कैंसर की चपेट में आ जाते हैं तो उन्हें इससे उबरने और लड़ने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जिले में मुंबई के सार फाउंडेशन और सुल्तानपुर जिले के लायंस क्लब के संयुक्त तत्वाधान में एक ऐसे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कैंसर रोगियों का इलाज कराया जा सकेगा. साथ ही समाज से कुपोषण व्यवस्था को मिटाया जा सकेगा.

यह कार्यक्रम 14 नवंबर को जिले के केएनआई परिसर में आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम का नाम 'माध्यम' है. साथ ही इस दौरान पीएम मोदी की किताब नमो शासकका भी विमोचन किया जाएगा.

कुपोषण और कैंसर से लड़ने के लिए 'माध्यम' कार्यक्रम का आयोजन.

लायंस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन

  • जिले में सार फाउंडेशन और लायंस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
  • यह कार्यक्रम 14 नवंबर को जिले के केएनआई परिसर में आयोजित किया जाएगा.
  • इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल शिरकत करेंगे.
  • वहीं जिले की सांसद मेनका गांधी के भी पहुंचने की संभावना बताई जा रही है.
  • इस कार्यक्रम के माध्यम से कैंसर रोगियों का इलाज और समाज से कुपोषण को खत्म किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें-बहन के बाद भाई को भी हुआ ब्रेस्ट कैंसर, जानें फिर क्या हुआ!

कुप्रथा हमारे देश में भरी पड़ी हैं. पूरे देश को एकबारगी सुधार नहीं सकते, लेकिन अपने जिले में जरूर सुधार ला सकते हैं. अपने घर और आस पड़ोस में बदलाव लाने से हमें लगता है कि पूरे देश में सुधार आएगा. बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं.
-मल्लिका राजपूत, अध्यक्ष,सार फाउंडेशन

जो बच्चे 14 साल से कम उम्र के होते हैं, उनके इलाज में इस माध्यम के जरिए मदद की जाएगी. जो पूरे देश में कैंसर का डाटा आया है वह बेहद खतरनाक है. भारत में इसकी अधिक प्रसारण क्षमता देखी जा रही है.
-डॉ. डी.एस. मिश्रा, वरिष्ठ चिकित्सक

ABOUT THE AUTHOR

...view details