सुलतानपुर: बेसिक शिक्षा विभाग के क्वालिटी कंट्रोलर पद के इंटरव्यू में अभ्यर्थियों से धन उगाही करने वाले मुन्ना भाई के नाम से चर्चित वित्त एवं लेखाधिकारी के खिलाफ दूसरा मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. अभ्यर्थियों की शिकायत पर मुख्य विकास अधिकारी की तरफ से कराई गई जांच में दोषी मिलने पर सीडीओ ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. अभियोग पंजीकरण की आहट मिलते ही बीएसए ऑफिस में बैठे लेखाधिकारी वाहन पर बैठकर फरार हो गए थे. मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर यह मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
पूरा मामला योगी सरकार के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग में शुरू हुए क्वालिटी नेटल पद के इंटरव्यू से जुड़ा हुआ है. विकास भवन में 16 नवंबर को यह इंटरव्यू आयोजित किया गया था. जिसमें मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक के साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी और दो अन्य अफसर साक्षात्कार के लिए लगाए गए थे. वित्त एवं लेखाधिकारी राम यश यादव को अभिलेखों की जांच के लिए पर लगाया गया था.
विभागीय जानकारों का कहना है कि जब लेखाधिकारी को यह जानकारी हो गई कि अमुक अभ्यर्थी मेधावी है और उसका चयन होना है. तो उन्होंने उसका फोन नंबर लेकर पैसा मांगना शुरू कर दिया. चयन कराने के नाम पर धन उगाही का प्रकरण शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी को मामला संज्ञान में आया. जिसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जांच जिला विकास अधिकारी को सौंप दी. मामले में लंबी पड़ताल के बाद पूरा गड़बड़झाला सामने आया है.