सुलतानपुर: एससी-एसटी एक्ट के मुकदमे और जानलेवा हमला मामले में वांछित चल रहे जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिव कुमार सिंह और उसका साथी दद्दन दुबे ने बुधवार को एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया. दोनों 5 घंटे तक न्यायिक कस्टडी में खड़े रहे. दोनों आरोपियों को 40 हजार के बॉन्ड पेपर के आधार पर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि और ब्लॉक प्रमुख को न्यायालय से अंतरिम जमानत प्रदान की गई है.
जिला पंचायत अध्यक्ष के पति और एक अन्य आरोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर
साल 2016 में यूपी के सुलतानपुर में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान 2 मुकदमों में वांछित चल रहे जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह के पति और प्रतिनिधि शिव कुमार सिंह, दद्दन दुबे ने आत्मसमर्पण कर दिया. एमपी-एमएलए कोर्ट ने जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह और पूर्व जिला पंचायत सदस्य कमला यादव को गैर जमानती वारंट पर अगली तारीख तक प्रोसेस स्टे कर दिया है.
वर्ष 2016 में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह के समर्थक और मोनू सिंह आमने-सामने हुए थे. उस दौरान वाहनों में तोड़फोड़ हुई थी और अराजकता फैली थी. पहला मुकदमा शिव कुमार सिंह की तरफ से दर्ज किया गया था, जिसमें बाहुबली ब्लॉक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू की अर्जी पर न्यायालय से मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी हुआ था. प्रबल राजनैतिक प्रतिद्वंदी रहे मोनू सिंह की तरफ से जानलेवा हमला, एससी-एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस ने विचारण के लिए आरोप पत्र न्यायालय भेजा था. बता दें कि लंबे समय से जिला पंचायत अध्यक्ष उषा सिंह, उनके पति और प्रतिनिधि शिव कुमार सिंह, दद्दन दुबे समेत अन्य 7 आरोपी फरार चल रहे थे. ये पक्षकार राहत के लिए हाईकोर्ट गए थे लेकिन, हाईकोर्ट ने 20 दिन के अंदर सरेंडर करने की हिदायत देते हुए जिला एवं सत्र न्यायालय की एमपी-एमएलए कोर्ट को जमानत अर्जी पर सुनवाई करने के निर्देश दिए थे.
इसी क्रम में बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के पति शिव कुमार सिंह ने अपने साथी आरोपी दद्दन दुबे के साथ न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था. दोनों 5 घंटे से अधिक समय तक कटघरे में खड़े रहे. इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पति के अधिवक्ता अरविंद सिंह राजा की दलील सुनने के बाद न्यायाधीश पीके जयंत ने अंतरिम जमानत अर्जी प्रदान की है. दोनों को न्यायालय में 40,000 रुपये का बॉन्ड पेपर जमा करने का आदेश जारी किया है. इस मामले में अपराधी रहे सिराज को जेल जाने के बाद न्यायालय से जमानत मिल चुकी है. इस प्रकरण में जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह समेत 5 आरोपी अभी भी गैरहाजिर चल रहे हैं. एमपी-एमएलए कोर्ट ने जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह और पूर्व जिला पंचायत सदस्य कमला यादव को गैर जमानती वारंट पर अगली तारीख तक प्रोसेस स्टे कर दिया है.