सुलतानपुर:जिले में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षु को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. सेंट्र में अंगूठे के क्लोन के सहारे ट्रेनिंग ले रहा प्रशिक्षु एसआई ध्रुव चौधरी को पकड़ा गया है. पुलिस की पूछताछ में ट्रेनी एसआई ने बताया कि उसके दिल्ली के एक दोस्त ने लिखित और शारीरिक परीक्षा दी थी. जबकि मेडिकल खुद उसने ही करवाया था. इसके साथ ही पुलिस को सुराग मिला है कि आरोपी का दोस्त का कई कोचिंग संस्थानों से जुड़ा है. जो दूसरे अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देता है.
बता दें कि संदीप परिहार नाम के एक प्रशिक्षु ने हाईकोर्ट में रिट दायर किया था. हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रशिक्षु दरोगाओं की बायोमेट्रिक जांच शुरू हुई थी. इसमें 7 जुलाई को अमहट स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में मथुरा का रहने वाला टोली नंबर 4 का प्रशिक्षु एसआई ध्रुव चौधरी अंगूठे पर क्लोन लगाने के कारण पकड़ा गया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी परीक्षा दिल्ली के एक दोस्त के माध्यम से कराई गई थी. उसे ये जानकारी नहीं थी कि प्रशिक्षण के दौरान बायोमेट्रिक परीक्षा भी हो सकती है. आरोपी 12 मार्च से प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रहा था.
आरोपी ध्रुव चौधरी ने पुलिस को बताया कि जैसे ही उसे पता चला कि 7 जुलाई को पुलिस भर्ती बोर्ड की टीम द्वारा दोबारा बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा. इस पर वह बीमारी का बहाना बनाकर 2 जुलाई को लखनऊ अस्पताल पहुंच गया. इस दौरान संस्था में वापस आते समय बायोमेट्रिक क्लोन बनवाने के उद्देश्य से लखनऊ रेलवे स्टेशन पर ट्रेनर को चकमा देकर वह चला गया. वह ट्रेनिंग सेंटर पर इस उद्देश्य से आया था कि शायद अंगूठा निशानी क्लोन से बायोमेट्रिक परीक्षा में सफल हो जाए.
इसके बाद सीओ भर्ती मो. असगर की तहरीर पर ध्रुव चौधरी के खिलाफ कोतवाली नगर में मामला दर्ज किया गया. पुलिस की पूछताछ आरोपी के एक दोस्त का नाम सामने आया है. पुलिस की टीमें आरोपी के दोस्त की तलाश में जुट गई. इसके साथ ही पुलिस को जानकारी मिली है कि आरोपी का दोस्त दिल्ली में दारोगा भर्ती समेत अन्य भर्तियों की तैयारी कराने वाले कई संस्थानों से जुड़ा हुआ है. नगर कोतवाल रामआशीष उपाध्याय ने बताया कि आरोपी को ध्रुव चौधरी को रिमांड पर भी लिया जा सकता है. जांच के दौरान बड़े रैकेट का भी खुलासा हो सकता है.
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