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जिला कारागार में बंदियों की मौत की गुत्थी उलझी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जेल प्रशासन के दावों पर सवाल - death Case of prisoners in Sultanpur District Jail

सुलतानपुर जिला कारागार में 21 जून को दो बंदियों की मौत का मामला उलझता ही जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद से दोनों मौतों को आत्महत्या बताने वाले पुलिस के दावों पर सवाल उठने लगे हैं.

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Published : Jun 23, 2023, 1:36 PM IST

बंदियों के पिता ने जेल प्रशासन पर लगाया आरोप

सुलतानपुरःजिला कारागार में आत्महत्या करने वालेअमेठी के दो कैदियों का मामला उलझता ही जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद से मौत के कारण को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण तो हैंगिंग बताया गया है, लेकिन रिपोर्ट में शव पुराना होने की बात भी सामने आई है, जिसको लेकर जेल प्रशासन सवालों के कटघरे में आ गया है. 21 जून को सुलतानपुर जिला कारागार से दो बंदियों की डेड बॉडी मिली थी. इसे जेल प्रशासन ने आत्महत्या बता रहा है. बता दें कि सुलतानपुर जेल में बीते 6 माह के अंदर 5 मौतें हो चुकी हैं.

दरअसल, अमेठी के जामो थाना क्षेत्र के लोरिकपुर गांव के रहने निवासी करिया उर्फ विजय पासी (20) और मनोज (18) ने 21 जून को कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. दोनों हत्या के मामले में सुलतानपुर जिला कारागार में बंदी थे. इनका मामला अभी विचाराधीन था. दोनों पर 26 मई की रात चौधरी का पुरवा लोरिकपुर गांव के ओम प्रकाश यादव की धारदार हथियार से हत्या करने का आरोप लगा था. वह मुर्गी फार्म का संचालन करते थे. इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद कोर्ट ने 30 मई को दोनों को जेल भेज दिया था.

दोनों की मौत के बाद गुरुवार को 3 डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया. इस दौरान पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी हुई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. दोनों के शरीर पर चोट के कई निशान की बात भी सामने आयी है. हालांकि अधिकारियों ने इसे आत्महत्या बताया है. अब इस मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है. वहीं, दोनों बंदियों के परिजन शुरू से ही इनकी हत्या करने की आशंका जता रहे हैं.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के जब दोनों का शव कैदियों के घर लाए गये, तो कोहराम मच गया. जामो थाने की फोर्स की सुरक्षा में शव का अंतिम संस्कार किया गया. करिया की मां और बहन फूट-फूट कर रो रहे थे. करिया की बहन जेल प्रशासन पर भाई के हत्या का आरोप लगाते हुए कहा, 'पैसा लेकर जेल वालों ने हमारे भाई को मार डाला. जेल में लोग मरने लगे तो जेल काहे के लिए बनी है.'

वहीं, गांव वालों ने कहा कि करिया और मनोज झगड़ालू थे. अक्सर गांव में किसी ना किसी से लड़ाई करते रहते थे. उनसे कोई बात करना उचित नहीं समझता था. मनोज तो 6 महीने पहले ही चोरी के मामले में जेल गया था. तीन माह वो वहां रहा, लोगों ने चंदा करके उसकी जमानत करायी. लेकिन जेल से आकर भी वो सुधरा नहीं. मुर्गी फार्म संचालक ओमप्रकाश यादव को लेकर लोगों ने कहा कि उनका कभी किसी से विवाद नहीं हुआ. उनके भाई जितेंद्र से करिया और मनोज की तू-तू मैं-मैं हुई थी. इसके बाद नशा करके 26 मई की रात में दोनों ओमप्रकाश के पोल्ट्री फार्म पर पहुंचे और उनकी हत्या कर दी.

फिलहाल दोनों की मौत के लेकर जेल प्रशासन विवादों में है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद से मामले की सत्यता को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. गौरतलब है कि सुलतानपुर जिला जेल में बीते 6 माह में 5 लोगों की मौत हो चुकी हैं. इनमें 2 लोग बीमारी से मर गए. वहीं एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत हुई थी. इसके अलावा करिया और मनोज की मौत भी इन आंकड़ों में शामिल हैं. लेकिन दोनों की जान कैसे गई, यह रहस्य बरकरार है.

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