सुलतानपुर : यूपी के सुल्तानपुर में कांग्रेस नेताओं पर खाकी ने कार्रवाई तेज कर दी है. कोतवाली नगर में सीताकुंड चौकी इंचार्ज शारदेन्दू दूबे की तहरीर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत 20 नामजद और इतने ही अन्य के खिलाफ 12 गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. ये कार्रवाई पुलिस ने 30 मार्च को हुई घटना को लेकर की है.
क्या हुआ था 30 मार्च को : दरोगा शारदेन्दू दूबे ने तहरीर में बताया है कि 30 मार्च की रात कोतवाल द्वारा मुझे सूचना दी गई कि लाल डिग्गी स्थित कांग्रेस कार्यालय के पास कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा 40-50 लोगों के साथ रास्ता अवरुद्ध कर मशाल जुलूस निकाल रहे हैं. मौके पर पहुंचकर देखा तो सभी बड़े-बड़े डंडों की मशाल बनाकर जुलूस निकाल रहे थे और नारेबाजी कर रहे थे. ये कार्यक्रम बिना अनुमति के हो रहा था. रोकने की कोशिश की गई तो कार्यकर्ता उग्र हो गए.
दरोगा के हाथ और चेहरे पर आई थी चोट: दरोगा का आरोप है कि जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा जलती मशाल से पुलिस बल से मारपीट करने लगे, जिससे मेरे चेहरे व दाहिने हाथ में चोट आई. इन लोगों ने मार्ग को अवरुद्ध किया. जब ये समझाने से नहीं माने तो तितर-बितर किया गया. दरोगा की तहरीर पर अभिषेक सिंह राणा, नितिन मिश्रा, रणजीत सिंह सलूजा, दिनेश कुमार मिश्रा, अमोल बाजपेई, मोहित तिवारी, दयाशंकर दूबे, राहुल मिश्रा, वरुण मिश्रा, मीनू यादव, अरुण कुमार, शकील अंसारी, अमित सिंह, राजेश तिवारी, सुब्रत सिंह, मोहम्मद अतहर, मानस तिवारी, महेश मिश्रा, राहुल त्रिपाठी व 15-20 अज्ञात पर पुलिस कार्य में बाधा डालने, गाली-गलौज करने और मारपीट करने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ है.
प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट : 31 मार्च को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके कांग्रेसियों पर हुए हमले को लोकतंत्र पर हमला बताया था. उन्होंने कहा था कि मशाल जुलूस निकलने के दौरान पुलिस ने जो बर्बरता की है, वह काफी निंदनीय है. कांग्रेस के सिपाहियों को न तो डराया जा सकता है और ना ही लाठियों से सच दबाया जा सकता है. मुकदमा दर्ज होने के बाद कांग्रेसियों में गहमागहमी का माहौल देखा जा रहा है. पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने बताया कि नगर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. वीडियो समेत अन्य साक्ष्यों के आधार पर विवेचना की जा रही है.
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