सुलतानपुर:सोमवार को पंचायत चुनाव के दौरान लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी जब अपनी धर्मपत्नी श्रीमती रेखा द्विवेदी के साथ वोट डालने के लिए अपने पैतृक गांव के बूथ सूर्यभान पट्टी पहुंचे तो वहां पता चला कि उनका नाम ही मतदाता सूची से गायब है. जबकि वोटर लिस्ट में नाम होने पर उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रेखा द्विवेदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
भाजपा विधायक का नाम मतदाता सूची से गायब. विधायक देवमणि द्विवेदी ने प्रशासन पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि मैं हमेशा पहले भी इस तरह के चुनाव में शामिल होने जरूर आता था और अपना वोट डालता था. मैं जब रेलवे में नौकरी करता था, तब भी अपने पैतृक गांव स्थानीय चुनावों में वोट डालने जरूर आता था. लेकिन इस बार लग रहा है कि प्रशासन की लापरवाही से किसी ने मेरा नाम काट दिया है. अपने मतदान का प्रयोग न कर पाने से विधायक उदास भी दिखे. नाराज हुए विधायक
उन्होंने आरोप लगाया कि लिस्ट बनाने वाले अधिकारी व कर्मचारियों को एक स्थान पर बैठकर नहीं, घर-घर जाकर और जांच के बाद ही लिस्ट फाइनल करनी चाहिए. अधिकारियों की लापरवाही से विधायक देवमणि द्विवेदी में काफी नाराजगी दिखी.
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हर एक वोट होता है महत्वपूर्ण
विधायक देवमणि द्विवेदी ने कहा कि एक-एक वोट का बहुत बड़ा महत्व होता है. एक वोट से जीत तो एक वोट से हार भी होती है. जो अधिकारी एवं कर्मचारी लापरवाही किए हैं, जांच के बाद उनके खिलाफ अवश्य कार्रवाई होनी चाहिए.